राजनांदगांव
निगम के सामने भाजपा पार्षद दल का अनिश्चितकालीन धरना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 नवंबर। निगम सीमा क्षेत्र के बूढ़ा सागर में 17 करोड़ के सौंदर्यीकरण कार्य में भ्रष्टाचार के दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई को लेकर भाजपा पार्षद दल की अनिश्चितकालीन हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही।
नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु ने कहा कि सामान्य सभा की बैठक में रखे गए जांच प्रतिवेदन के बाद आयुक्त को कार्रवाई की जिम्मेदारी मिली थी, लेकिन उन्होंने विरोध और हड़ताल के शुरू होते ही लगभग 70 दिन बाद फिर जांच समिति बनाकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाडऩे की कोशिश की है। अब जब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं की जाती, हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में यह प्रदर्शन और भी उग्र होगा। इसके लिए भी प्रशासन तैयार रहे।
उन्होंने कहा कि सौंदर्यीकरण के नाम पर जो काम गिनाए गए वे धरातल पर हुए ही नहीं है। दो बार अलग-अलग समितियों की जांच में यह सब स्पष्ट होने के बाद अब सत्ता पक्ष और निगम प्रशासन दोषियों को बचाने की कोशिशें कर रहा है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारियों को कांग्रेस शासन और प्रशासन की सरपरस्ती मिल गई है।
भाजपा पार्षदों के साथ धरनारत नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु ने कहा कि 25 अगस्त को आहूत सामान्य सभा में महापौर, एमआईसी और सदन के सदस्यों की सर्वसम्मति देर रात बूढ़ासागर सौंदर्यीकरण में भ्रष्टाचार के दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई हेतु पारित प्रस्ताव पारित कर आयुक्त को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। आयुक्त ने सदन के इस प्रस्ताव की अवहेलना की। उन्होंने अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की, जब हमने कार्रवाई की मांग और अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया, तब वे नई समिति बनाने जानकारी दे रहे हैं। ये सर्वथा अनुचित है और दोषियों को बचाने का असफल प्रयास है।
गौरतलब है कि बूढ़ासागर सौंदर्यीकरण कार्य का ठेका कोरबा की कंपनी डीएवी कंट्रक्शन को दिया गया। कंपनी द्वारा अधिकारियों के शह पर निर्माण कार्य में भर्राशाही की गई। निर्माण कार्य के एवज में भुगतान भी किया गया, लेकिन निर्माण कार्यों का नामोनिशान नहीं है। इसी बात को लेकर सदन में तत्कालिन कार्यपालन अभियंता दीपक जोशी, उप अभियंता दीपक माहला, सहायक अभियंता कामना यादव और दो अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई थी।
3 नवंबर से जारी अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन में दूसरे दिन जिला भाजपा उपाध्यक्ष राजेंद्र गोलछा और जिपं सदस्य अशोक देवांगन, नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु सहित शिव वर्मा, विजय राय, मणि भास्कर गुप्ता, शरद सिन्हा, राजेश जैन, मधु बैद, खेमिन राजेश यादव, टुमेशवरी सेवक उके, कमलेश बंदे, अरुण देवांगन, प्रशांत गुप्ता गोलू, प्रखर श्रीवास्तव, हेतल भोजवानी, मदन यादव, समीर श्रीवास्तव, आशीष डोंगरे, जीवन चतुर्वेदी, भीष्म देवांगन, राजू वर्मा, अरुण आदि नेता शामिल रहे।