बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 10 नवम्बर। ‘‘विधिक सेवा दिवस’’ के अवसर पर 9 नवम्बर को केंद्रीय जेल जगदलपुर में निरुद्ध बंदियों के मध्य विशेष विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया।
केन्द्रीय जेल जगदलपुर में आयोजित विशेष विधिक साक्षरता शिविर में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रभारी सचिव, श्री अनिल कुमार बारा द्वारा केन्द्रीय जेल में निरूद्ध बंदियों को नि:शुल्क कानूनी सलाह एवं सहायता एवं उनके अधिकारों के बारे में विस्तृत रूप से अवगत कराते हुए उन्हें जेल में निरूद्ध रहने के दौरान नि:शुल्क कानूनी सलाह एवं सहायता के बारे में बताते हुए उनके विधिक अधिकारों का लाभ लेने के साथ-साथ उन्हें अपने सामाजिक जीवन में हिंसा का रास्ता छोडक़र अहिंसा की राह अपनाने को प्रेरित किया गया
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा विधिक सेवा दिवस के अवसर पर आयोजित विधिक साक्षरता शिविर के साथ ही दिन बुधवार को जेल समीक्षा दिवस के अवसर पर उपस्थित बंदियों को राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा चलाये जा रहे अभियान ‘‘हक हमारा भी तो है’’ के संबंध में अवगत कराते हुए उपस्थित बंदियों की व्यक्तिगत एवं पारिवारिक समस्याओं के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई ।
विधिक सेवा दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रतिधारक अधिवक्ता कृष्णानंद झा एवं पैरालीगल वालिंटियर्स सिन्धुराम बघेल तथा जगन्नाथ भारती द्वारा न्यायालय परिसर में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया । उक्त साक्षरता शिविर में जिला न्यायालय परिसर में उपस्थित पक्षकारों को विधिक सेवा योजनाओं की जानकारी प्रदान की गई।
केंद्रीय जेल जगदलपुर में उक्त आयोजित विशेष साक्षरता शिविर एवं जेल समीक्षा दिवस के अवसर पर अनिल कुमार बारा मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एवं प्रभारी सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जगदलपुर, सहायक जेल अधीक्षक एस कुजुर एवं एस एल ठाकुर, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कर्मचारी सत्यदेव पांडेय, मुन्दीप्रसाद जोशी सहित केंद्रीय जेल के बंदी गण उपस्थित थे ।