रायगढ़
घटना में प्रयुक्त मोटर सायकल व अहम सबूत जब्त
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 1 जनवरी। रायगढ़ जिले के सरगुजा बार्डर पर कार की डिक्की में जले हालत में मिले हत्या में पुलिस ने एक नाबालिगसमेत 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से पुलिस ने घटना में प्रयुक्त वाहन भी बरामद कर लिया है। आरोपियों के द्वारा फसल मुनाफे में आधा हिस्सा देने के वादा खिलाफी से क्षुब्ध हुए युवकों ने पूरी प्लानिंग कर हत्या की थी। एक फरार की तलाश जारी है।
पुलिस के अनुसार रायगढ़ जिले के सरगुजा बार्डर पर कार की डिक्की में जले हालत में शव मिलने के बाद मौके पर एफएसएल अंबिकापुर के फॉरेंसिक की टीम आई, जिसमें सीनियर साइंटिस्ट डॉ. कुजूर, डॉ. पैकरा, एसडीओपी धर्मजयगढ़, कापू पुलिस की टीम द्वारा स्पॉट - कुमरता मैनपाठ रोड खेकसारी घाट मेन रोड जहां जला हुआ कार घाट के मुहाने पर खड़ा मिला।
जांच टीम ने कार तथा आसपास क्षेत्र का बारीकी से निरीक्षण कर महत्वपूर्ण साक्ष्य जब्त किए गए। कार की डिक्की में रखा शव लगभग 100 फीसदी जल चुका था, जिससे प्रारंभिक में मृतक के पहचान में परेशानी हो रही थी। जिस पर फॉरेंसिक टीम द्वारा जले हुए कार का नंबर प्लेट डेवलप कर जांच टीम को दिया गया।
कार के नंबर से आरटीओ के माध्यम से वाहन स्वामी का पता लगाया गया। वाहन ग्राम बरौद, थाना घरघोड़ा के सालिक राम कुजुर के नाम से पंजीकृत था।
घरघोड़ा पुलिस की टीम ग्राम बरौद जाकर सालिक रामम के घर पहुंची। जहां मृतक के पुत्र एवं पुत्री एवं पड़ोसियों से संपर्क किया गया। उन्होंने बताया कि 27 दिसंबर को सालिक राम बरौद ग्राम से उसकी पत्नी के साथ ग्राम विजयनगर थाना कापू अपने फसल को बेचने के नाम से गया हुआ है। सालिक राम के परिजन बताया कि सालिक राम अपनी पत्नी को उसके मायके सीतापुर में छोड़ा है और 29 तारीख को वापस लेने आऊंगा कहकर वापस अकेले ग्राम विजयपुर आ गया है।
वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देशन पर थाना प्रभारी धरमजयगढ़ तथा साइबर सेल की टीम ग्राम विजयपुर में गोपनीय तरीके से सालिक राम के संबंध में पता लगाया गया। पता चला कि सालिक राम की कार सुबह भोर में निकला है जिसका पता नहीं चल रहा है, संभवत: कार में जला हुआ शख्स सालिक राम ही है।
पुलिस की टीम सालिक राम की पत्नी और परिजनों को तलब कर मौके लाया गया, जिनके समक्ष शव का पंचनामा किया गया। जलने से बचा हुआ हाथ में पहनने वाला कड़ा और अंगूठी, जले हुए शर्ट के अवशेष इत्यादि को देखकर मृतक की पत्नी द्वारा वस्तुओं को सालिक राम का होने की पुष्टि की गई।
प्रारंभिक जांच में सालिक राम की हत्या के साक्ष्य मिलने पर सालिक राम के मोबाइल नंबर को सर्विलांस में रखकर तकनीकी साक्ष्य निकाले गए। पाया गया कि घटना दिनांक के रात्रि 2.30 बजे तक सालिक राम की गतिविधियां रही है। आगे जांच में गांव के राजू सक्सेना की मामले में संलिप्तता के सुराग लगने पर पुलिस टीम राजू सक्सेना का पतासाजी किया गया जो गांव से फरार था, जिस पर शक और पुख्ता हुआ।
जांच में राजू सक्सेना के साथ काम करने वाले नाबालिग बालक की संलिप्तता के साक्ष्य मिलने पर बालक की पतासाजी की गई, जो अपने गांव से फरार था, जिसे पुलिस टीम ग्राम अलोला, कापू के पास दबिश देकर पकड़ी। नाबालिग बालक द्वारा हत्या की वारदात में शामिल होना बताया, साथ ही घटना का सारा वृतांत बताया।
पूछताछ में पता चला कि मृतक हिरवां परिहा उर्फ सालिक राम कुजूर ग्राम विजयनगर में जमीन लिया है और बरौद से विजयनगर आकर खेती करता है। विजयनगर के बोट साय चौहान एवं राजू सक्सेना से हमेशा काम करवाता था। इनके बीच धान बेचने के पैसे को लेकर पूर्व से असंतोष था।
सालिक राम द्वारा वादा किया गया था कि धान बिक्री का आधा पैसा देगा या आधा धान देगा, लेकिन पुन: अपने वादे से मुकर रहा था। इसी पर राजू सक्सेना एवं बोट साय चौहान से विवाद हुआ था। इस साल भी सालिक राम काम करवा रहा है पैसा नहीं देगा कहकर राजू सक्सेना एवं बोट साय चौहान दोनों सालिक राम को मारने का प्लान बनाये।
राजू सक्सेना 28-29 दिसम्बर की रात में 2.30 से 3 बजे सालिक राम को और धान दिलवाएंगे, कहकर उसी के कार में धनपुरी तरफ ले गये, साथ में नाबालिग भी था। धनपुरी से आगे ले जाकर इंदकालो के पहले खेत में बने पुलिया के पास पहले से बोट साय हथियार लेकर खड़ा था।
बोट साय चौहान तब्बल , राजू सक्सेना टांगी और चाकू से सालिक राम पर कई वार कर उसकी हत्या कर दी और शव को कार की डिक्की डाले और हथियार तब्बल, चाकू को भी कार में रखे थे । आरोपी राजू सक्सेना ग्राम कंड्रजा से एक मोटरसाइकिल लेकर पानी बॉटल में पेट्रोल लेने पेट्रोल पंप गया, पुलिस टीम द्वारा पेट्रोल पंप का सीसीटीवी फुटेज प्राप्त किया गया है।
आरोपी बोट साय चैहान और विधि के साथ संघर्षरत बालक कार को लेकर कापू से मैनपाट जाने का रोड़ में आगे बढ़े। पेट्रोल लेकर राजू पीछे-पीछे पहुंचा, तीनों मिलकर खेकसारी घाट के मुहाने पर रुके।
इनका मक्कसद हत्या को दुर्घटना का स्वरूप देना था, जिसके तहत कार को आग लगाकर गहरे खाई में फेंकना था। राजू कार को न्यूट्रल करने ड्रायवर सीट पर गया ही था कि पीछे से बोट साय चौहान छिडक़े पेट्रोल पर माचिस लगा दिया, कार एकाएक धधक कर जल उठी जैसे-तैसे राजू कार से बाहर निकला।
सुबह का उजाला होता देख पकड़े जाने के डर से और कार को धक्का देने के सक्षम ना होने के कारण हड़बड़ाहट में कार को वहीं उसी अवस्था में छोडक़र तीनों भागकर मोटरसाइकिल में नर्मदापुर के रास्ते पेठ गांव से उतरते हुए वापस अपने गांव आ गए । आरोपियों द्वारा सालिक राम के गांव में रखे धान को प्राप्त करने के लिए धान को ट्रैक्टर समेत उठवाकर अलग स्थान पर रखे थे।
पुलिस हिरासत में लिये गये नाबालिग बालक और आरोपी राजू सक्सेना (20) कोनपारा विजयनगर थाना कापू’ से घटना में प्रयुक्त मोटर सायकल, घटना समय पहने कपड़े जब्त किया गया है। घटना के संबंध में बीडीसी दूधनाथ यादव ग्राम केसरा थाना कमलेश्वरपुर जिला सरगुजा (छ.ग.) की रिपोर्ट पर मर्ग जांच से धारा 302, 435, 120बी, 201, 34 भादवि का अपराध आरोपियों पर पंजीबद्ध कर दो आरोपियों को सक्षम न्यायालय रिमांड पर भेजा जा रहा है। फरार आरोपी बोट साय चैहान की सरगर्मी से पतासाजी की जा रही है।
एसपी अभिषेक मीना के दिशा निर्देशन एवं एएसपी संजय महादेवा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी धरमजयगढ़ उप निरीक्षक नंदलाल पैंकरा, थाना प्रभारी कापू उप निरीक्षक बीएस पैंकरा, साइबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक कमल किशोर पटेल, एएसआई बृज किशोर गिरी, प्रधान आरक्षक लक्ष्मी कैवर्त, प्रेम बिंझवार, आरक्षक विजय राठिया, फिलमोन लकडा, अरविंद लकडा, साइबर सेल प्रधान आरक्षक बृजलाल गुर्जर, आरक्षक सुरेश सिदार की सराहनीय भूमिका रही है।