राजनांदगांव
दिन और रात के तापमान बढऩे संग दिखने लगा गर्मी का असर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 मार्च। दिन और रात के तापमान बढऩे संग गर्मी का असर दिखने लगा है। कूलर-एसी का बाजार सज गए हैं। वहीं पारंपरिक मटका और गमछा-टोपी की खरीदी-बिक्री तेज हो गई है। रात के तापमान में वृद्धि होने से लोगों को गर्मी का अहसास होने लगा है। दिन को सूर्य की किरणें चुभने लगी है। सुबह और शाम के वक्त हल्की ठंड में गर्माहट महसूस होने लगी है।
इलेक्ट्रॉनिक बाजार में एसी और कूलर की बिक्री तेज होने लगी है। इलेक्ट्रॉनिक बाजार में एसी की मांग धनाढ्य और मध्यम वर्गों के बीच बढ़ी है। जबकि एक तबका अब भी कूलर खरीदी करने पर जोर दे रहा है। इस साल फरवरी का महीना काफी गर्म रहा। पिछले कुछ सालों में जनवरी-फरवरी माह में असमय बारिश होने से लोगों को गर्मी से राहत मिलती रही, लेकिन इस साल मौसम पूरी तरह शुष्क रहा। लिहाजा फरवरी में ही गर्म मौसम ने अपने तीखे तेवर का अहसास करा दिया है। मार्च का महीना लगते ही गर्मी अपना असर दिखाने लगी है। अप्रैल-मई के महीने में तापमान उच्च शिखर पर होगा। ऐसे में गर्मी से बचने के तमाम उपाय किए जा रहे हैं। आर्थिक रूप संपन्न वर्ग की पहली पसंद एसी बनी हुई है। कूलर के खरीददार भी कम नहीं हैं। बाजार में एसी के साथ कूलर की ग्राहकी भी बढ़ गई है। कूलर और एसी के दाम पिछले वर्ष की तुलना में बढ़ गए हैं।
इधर धूप से बचने के लिए गमछे और टोपी की खरीदी का सिलसिला जोर पकड़ रहा है। महंगे गमछे में कई तरह की वेरायटी है। टोपी के खरीददार भी दुकानों में पहुंच रहे हैं। गला तर करने के लिए परंपरागत रूप से मिट्टी की घड़े की मांग लोगों में बनी हुई है। घड़ा बेचने कुम्हारों की आवाज गली और बाजार में सुनाई दे रही है। स्थानीय मटका बाजार में अलग-अलग कीमत की घड़ों को खरीदने के लिए लोग पहुंच रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस साल मौसम विभाग की ओर से भीषण गर्मी पडऩे का अनुमान जताया गया है। अप्रैल और मई के महीने में गर्मी पूरे शबाब पर होगी। ऐसे में चिलचिलाती धूप और गर्मी की मार से बचने के लिए लोग अभी से उपाय करने लगे हैं।