धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 5 मार्च। इस साल होलिका दहन की तिथि को लेकर भ्रम की स्थिति बन गई है। शहर में कहीं 6 मार्च को होलिका दहन की तैयारी है, तो कहीं 7 मार्च की होलिका दहन होगा। इस दुविधा को दूर करते हुए अब शहर में विप्र विद्वत परिषद के अध्यक्ष ने पूर्णिमा प्रदोष व्यापिनी को देखते हुए 7 तारीख की रात होलिका दहन को शास्त्र सम्मत बताया है।
पिछले कुछ दिनों से होलिका की तिथि को लेकर शहर में तरह-तरह की चर्चा हो रही है। बताया गया है कि इस साल करीब 120 जगह में होलिका दहन की तैयारी हैं। होलिका दहन के लिए कई जगह पर लोगों ने लकडिय़ां भी इक_ा कर लिया है। होलिका दहन की तिथि और समय को लेकर तरह-तरह की बातें होने लगी। इससे 6 और 7 मार्च की तिथि को लेकर भ्रम भी फैलने लगा हैं। परिषद के पूर्व अध्यक्ष पंडित होमन प्रसाद शास्त्री, पंडित बालकृष्ण शर्मा ने बताया कि इस वर्ष पूर्णिमा 6 एवं 7 मार्च दोनों दिन प्रदोष काल को स्पर्श कर रही है। 6 मार्च को जहां होलिका दहन होगा, वहां एक ही दिन 7 मार्च को पूर्णिमा प्रदोष व्यापिनी रहेगी एवं जहां 7 मार्च को पूर्णिमा दूसरे दिन भी प्रदोष में व्याप्त रहेगी, वहां 7 मार्च को होलिका दहन किया जाएगा। ऐसी स्थिति में धमतरी में होलिका दहन 7 मार्च को किया जाना शास्त्र सम्मत माना गया है।
होलिका दहन का शुभ मुहूर्त
पंचांगों के अनुसार इस साल होलिका दहन के लिए शुभ समय 2 घंटे 27 मिनट का है। 7 मार्च को शाम 6 बजकर 24 मिनट से रात 8 बजकर 51 मिनट के बीच समय होलिका दहन के लिए काफी शुभ है। होलिका दहन के बाद अगले दिन यानी 8 मार्च को रंगों की होली खेली जाएगी।