जशपुर

जिले में 4.5 एकड़ भूमि में सागौन के 1060 पौधे होंगे रोपित
21-Mar-2023 8:43 PM
जिले में 4.5 एकड़ भूमि में सागौन के 1060 पौधे होंगे रोपित

 591 हितग्राहियों के 1067 एकड़ भूमि का चयन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता 
जशपुरनगर 21 मार्च।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर विधानसभा परिसर में स्थित कार्यालय कक्ष में आयोजित समारोह में छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना का शुभारंभ किया। इस अवसर पर वन मंत्री  मोहम्मद अकबर, कृषि मंत्री  रविन्द्र चौबे, खाद्य मंत्री अमरजीत, मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा, संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी, चंद्रदेव प्रसाद साय उपस्थित थे।
 
इसी कड़ी में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन जशपुर जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत लोखंडी में किया गया। कार्यक्रम में लघु वनोपज संघ के अध्यक्ष  मार्शल एक्का, मंडी अध्यक्ष  कपिल देव भगत, जनपद पंचायत अध्यक्ष कल्पना लकड़ा, कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल, वनमंडलाधिकारी श्री जितेंद्र उपाध्याय, समाजसेवी हीरू राम निकुंज, अजय गुप्ता सहित अन्य जनप्रतिनिधि, वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। कार्यक्रम में शहीद महेंद्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक बीमा सुरक्षा योजना अंतर्गत जिले के 1 हितग्राही मंजीता को 2 लाख का चेक भी उपस्थित जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों द्वारा प्रदान किया गया।

योजना के शुभारंभ अवसर पर विभिन्न जनप्रतिनिधि एवं अधिकारियों  द्वारा हितग्राही सुनील सिंह के लगभग 4.5 एकड़ में (टिशू कल्चर) सागौन प्रजाति का पौधरोपण किया गया, जहां 1060 सागौन के पौधे लगाए जाएंगे। 

अतिथियों ने ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पेड़ो के व्यवसायिक उपयोग को बढ़ावा देने हेतु इस योजना का संचालन किया जा रहा है।
 
उन्होंने वृक्षो से होने वाले लाभ की जानकारी देते हुए सभी को इस योजना का लाभ उठाने की अपील की। वनों की कमी के वजह से पर्यावरण पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है जिस कारण कई समस्याएं सामने आ रहे हैं। उन्होंने पौधे लगाकर वृक्षों का संरक्षण करने की बात कही।

इस अवसर पर कलेक्टर डॉ. मित्तल ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री बघेल द्वारा  विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना का शुभांरभ किया गया है। उन्होंने सभी को  इस योजना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि जिला वनसम्पदा के क्षेत्र में धनी है। यहां पेड़ पौधे प्रचुर मात्रा में है। डॉ मित्तल ने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों या पड़ती जमीन में कृषि के साथ साथ इस योजना को संचालित किया जा सकता है। जिससे किसानों को अधिक लाभ होगा। उन्होंने जिलेवासियों से इस योजना का ज्यादा से ज्यादा लाभ लेने का आग्रह किया। 

डीएफओ उपाध्याय ने योजना के तहत उपलब्ध कराये जाने वाले विभिन्न पौधों की जानकारी देते हुए इस योजना के लाभ के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि सभी योजना का लाभ अवश्य उठाएं। 5 एकड़ तक शत प्रतिशत अनुदान है। बॉस और नीलगिरी के पौधे से चार साल बाद लाभ मिलना प्रारंभ हो जाता है। योजना के तहत जिले में कुल 591 हितग्राहियों के 1067 एकड़ भूमि का चयन किया गया है। जहां वर्षा ऋतु के पूर्व विभिन्न प्रजातियों के 2.5 लाख पौधों का रोपण किया जाएगा। 

योजना के हितग्राही सुनील सिंह ने बताया कि वन विभाग द्वारा उन्हें योजना से प्रतिवर्ष होने वाले आर्थिक लाभ के संबंध में जानकारी दी गई। जिससे प्रेरित होकर उन्होंने अपने 4.5 एकड़ भूमि पर योजना के तहत पेड़ लगाने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि इस योजना से वास्तव में भूमि का उपयोग और आर्थिक लाभ होगा। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री श्री बघेल को धन्यवाद दिया। 

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