रायगढ़
प्रभावितों ने चार सूत्रीय मांग को लेकर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 12 अप्रैल। हमेशा सुर्खियों में रहने वाला कोयला खनन परियोजना एनटीपीसी तिलाईपाली के भू प्रभावित किसान अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं कि कई बार भू प्रभावितों के द्वारा संगठित होकर आंदोलन किया गया तथा शासन प्रशासन और एनटीपीसी के अधिकारी आश्वासन ही दिए हैं किंतु प्रभावितों को समुचित लाभ नहीं मिल पाया है। इसी कड़ी में एनटीपीसी प्रभावित किसानों ने 4 सूत्रीय मांग को लेकर जिला कलेक्टर के नाम अनुविभागीय अधिकारी घरघोड़ा एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए चक्काजाम आंदोलन की चेतावनी दी है।
भू प्रभावितों ने आवेदन में 4 सूत्री मांगों का उल्लेख करते हुए लिखा है कि प्रभावित क्षेत्र के बाहर से आये व्यक्तियों को हटा करके प्रभावित परिवार के न्यूनतम एक व्यक्ति को ट्रेनिंग दे कर सक्षम बनाकर एमडीओ में रखा जाएं, एनटीपीसी तलाईपाली जब तक कोयला खनन करेगा तब तक रोजगार एम डी ओ. में प्रभावित परिवार के व्यक्ति को रखने एवं यदि कुछ कारणवश मृत्यु हो जाती है तो उनके परिवार को 25 लाख मुआवजा के रूप में दिया जाये और उसके नामिनी को कार्य पर रखा जावे (कर्यारत के दौरन), एनटीपीसी तलाईपाली के द्वारा पिछले हडताल में जो निर्णय लिया गया था उसे छलावा कर रहा है। उस बिंन्दु को पूर्ण किया जावे निम्न बिंदु - जिस व्यक्ति को मृत्यु 2006 के बाद हुई है एवं 18 वर्ष पुर्ण कर लिया है उसके है उनके परिवार व्यक्ति को शादी व पुर्नव्यवस्थापन प्रदान किया जावे एवं पुर्नवास प्रदान किया जाएं, एनटीपीसी तिलाइपाली द्वारा मकान को तोडऩे के आदेश से तोडक़र दुसरे स्थान पर अपने ग्राम में जमीन बचा हुआ था।
विस्थापित हो गये चोटीगुडा, रायकेरा दोनों गांव में आंगनबाड़ी, प्राथमिक शाला एवं लाईट पानी को व्यवस्था किया जाए। प्रभावित किसानों ने कहा कि एनटीपीसी हमारी 4 सूत्रीय मांग पूर्ण नहीं करती तो हम प्रभावित ग्रामवासी द्वारा एनटीपीसी तिलाइपाली के चलित समस्त कार्य है उसे बंद कराके एवं चक्का जाम तथा उग्र आंदोलन अनिश्चितकालिन किया जाएगा।