रायगढ़
पीडि़त परिवार शिकायत लेकर पहुंचा जिलाधीश के पास
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 13 अप्रैल। निजी जमीन में बांउड्रीवाल बनाने के दौरान उपजे विवाद के बाद सरपंच द्वारा एक परिवार का गांव में हुक्कापानी बंद करने का फरमान जारी कर दिया गया था। पीडि़त द्वारा जिला मुख्यालय पहुंचकर जिलाधीश से मामले की शिकायत करते हुए न्याय की गुहार लगाये जाने के बाद कलेक्टर के दिशा निर्देश में तहसीलदार और पुसौर पुलिस की मौजूदगी में हुक्कापानी बंद कर देने की शिकायत पर शांतिपूर्ण निराकरण किया गया।
मिली जानकारी के अनुसार रायगढ़ जिले के पुसौर ब्लाक के अंतर्गत आने वाले ग्राम त्रिभौना निवासी बोधराम गुप्ता पिता स्व. भागबतिया गुप्ता उम्र 57 वर्ष एवं संतोष गुप्ता पिता फणीन्द्र गुप्ता उम्र 42 वर्ष दोनों जाति कोलता बुधवार की सुबह जिला मुख्यालय पहुंचकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपते हुए बताया था कि ग्राम पंचायत सरपंच राजीव खम्हारी द्वारा ग्राम कोटवार लाभो चौहान के माध्यम से 11 अपै्रल की शाम को गांव में मुनादी कराते हुए कहा गया था कि उनके परिवार का बहिष्कार करते हुए हुक्कापानी बंद कर दिया गया है।
इन परिवारों से बातचीत करने पर 11 सौ रूपये का अर्थदण्ड लिये जाने की बात भी कही गई थी। इसके भय से गांव के अन्य ग्रामीण उनसे बात करना बंद कर दिये थे। साथ ही साथ गांव के राशन दुकानों में पीडि़त परिवार को राशन तक नहीं मिल पा रहा है, जिससे इस परिवार के सामने विकराल स्थित उत्पन्न हो रही थी। इस स्थिति में दोनों पीडि़त परिवार जिला मुख्यालय पहुंचकर कलेक्टर के नाम लिखित शिकायत करते हुए न्याय दिलाने की गुहार लगाया गया था।
तहसीलदार ने गांव पहुंचकर निपटाया विवाद
पुसौर ब्लाक के त्रिभौना गांव के दो परिवारों का हुक्कापानी बंद करने का मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल पुसौर तहसीलदार तहसीलदार पुसौर थाना की पुलिस टीम गांव पहुंचकर गांव के ग्रामीणों व पीडि़त परिवार को समझाते हुए इस मामले का शांतिपूर्ण निराकरण करा दिया है। जिसके बाद पीडि़त परिवारों ने भी अपना शिकायत वापस ले लिया है।
पहले भी किया गया था बहिष्कार
पीडि़त परिवार ने बताया कि सरपंच राजीव खम्हारी के द्वारा इस तरह गांव में बहिष्कार कराने से उनका परिवार काफी परेशान है। इससे पहले भी 30 नवंबर 2022 को हुक्कापानी बंद कराया था जिसकी सूचना थाना पुसौर में दी गई थी तब दोनों पक्षों के बीच समझौता कराया गया था। एक बार फिर से निजी जमीन पर बनाए जा रहे बाउण्ड्रीवाल के विवाद पर हुक्कापानी बंद करने का फरमान सरपंच द्वारा जारी कर दिया गया है।