बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 4 मई। कांकेर जिले के अंदरूनी गांवों में स्वास्थ्य सेवाएं नहीं होने के कारण ग्रामीणों को बहुत दिक्कत होती है। मरीज को एम्बुलेंस तक पहुंचने 8 किमी चारपाई पर लाया गया, इसके बाद पखांजूर अस्पताल ले जाया गया।
कोयलीबेड़ा के ग्राम पंचायत स्वरूप नगर के आश्रित गांव पोरियाहुर निवासी विष्णु गावड़े (25) की रात 3 बजे अचानक उल्टी-दस्त होने लगी। सुबह तक इंतजार नहीं किया जा सकता था। मरीज की हालत खराब हो गई थी, वह पैदल अस्पताल जाने की स्थिति भी नहीं था।
उसे खाट पर लेटाकर ग्रामीण और परिजन बारकोट नदी के उस पार जाने के लिए निकल पड़े, जिसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
बताया जा रहा है कि संजीवनी एंबुलेंस 108 को कॉल भी कर दिया, उधर एंबुलेंस तो नदी के पास पहुंच गई लेकिन ग्रामीणों को देर हो गई। इंतजार के बाद एंबुलेंस वापस लौट गई। ग्रामीण मरीज को खाट पर लेकर 2 किमी और चलकर संगम पहुंचे, यहां एंबुलेंस को कॉल किया,फिर उसी से मरीज को पखांजूर अस्पताल ले जाया सका।