महासमुन्द
महासमुंद, 9 जून। सहकारी कर्मियों की जारी हड़ताल के चलते जिले भर की 130 सोसायटियों के दफ्तरों में ताला जड़ा हुआ है, वहीं 542 उचित मूल्य की दुकानों में 75 फीसदी दुकानें भी बंद है। फलस्वरूप किसानों और उपभोक्ताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा। साथ ही अंत्योदय निराश्रित तथा प्राथमिक वर्ग के उपभोक्ताओं को बाजार से महंगे दामों पर अनाज खरीदना पड़ रहा है। बीज निगम सहित सोसायटियों में खाद, बीज, दवाइयां तथा नगद पहुंच चुका है। लेकिन, कर्मियों के हड़ताल की वजह से यह वितरण नहीं हो पा रहा है। ऐसे में किसान आगामी खरीफ फसल की तैयारियां नहीं कर पा रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार मानसून सिर पर है। अंचल के किसानों को मानसून पूर्व कृषि की सारी तैयारियां पूरी करनी होती है। ताकि मानसूनी बारिश के साथ ही वे खेतों में धान बीज का छिडक़ाव कर सके या फिर खेत को तैयार कर सके। लेकिन 12 दिनों से जारी सहकारी कर्मियों की हड़ताल की वजह से सोसायटियों में ताला लटका हुआ है। चाह कर भी किसान खाद,बीज, नगदी दवाइयों का उठाव नहीं कर पा रहे हैं।
इस हड़ताल को लेकर अब तक जिला प्रशासन का अमला कर्मियों के धरना स्थल तक नहीं पहुंचा है, न ही उनसे किसी भी प्रकार की मौखिक चर्चा की गई है। सहकारी कर्मचारी संघ के पूर्व जिलाध्यक्ष जयप्रकाश साहू ने बताया कि जिले के सभी सहकारी कर्मी भले ही आंदोलन स्थल पर नहीं पहुंच रहे हैं, लेकिन दुकानों में ताला लगा हुआ है।