सरगुजा
लापरवाहीपूर्ण काम पर बीटगार्ड निलंबित, परिक्षेत्र सहायक को नोटिस
दी क्षतिपूर्ति, आवास और पेंशन की भी मदद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर,9 जून। विकास खण्ड लुण्ड्रा के ग्राम पंचायत जमड़ी के ग्राम करदोनी में ग्रामीणों ने वन भूमि पर अतिक्रमण किया था। चार जून को अतिक्रमण हटाने के दौरान आग लग गई, जिससे वृद्ध दंपत्ति को हानि हुई। कलेक्टर कुन्दन कुमार के संज्ञान में घटना की जानकारी आते ही उन्होंने जिला प्रशासन की टीम गठित कर मौके पर वृद्ध दंपत्ति और ग्रामीणों से चर्चा करने के निर्देश दिए।
इस कड़ी में शुक्रवार को जिला प्रशासन और वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर बुजुर्ग दंपति से मुलाकात की। डीएफओ पंकज कमल और जिला पंचायत सीईओ नूतन कंवर अपने टीम के साथ गांव पहुंचे।
डीएफओ श्री कमल ने बताया कि बुजुर्ग दंपत्ति श्री गौरी और सुबनी से मुलाकात कर उन्हें हुई क्षति का आंकलन रिपोर्ट तैयार कर बुजुर्ग दंपति को राशन और जरूरत की सामान उपलब्ध कराया गया। प्रशासनिक टीम ने गांव में पहुंचकर ग्रामीणों से सीधे संवाद कर वन भूमि अतिक्रमण मामले में ग्रामीणों की सहमति लेकर वन भूमि खाली करने का प्रस्ताव रखा।जिस पर सभी ग्रामीण ने तय समय में वन भूमि खाली करने पर सहमति दी है।
संबंधित सीईओ जनपद पंचायत ने बताया कि सोशल मीडिया में वृद्ध दंपत्ति का घर जलने की खबर भ्रामक है। दरअसल वृद्ध दंपत्ति का अपना घर ग्राम करदोनी में है। वनभूमि पर अतिक्रमण हेतु अस्थाई झोपड़ीनुमा आश्रय बनाया गया था, जहां आग लगने की घटना हुई है। श्री गौरी को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास की स्वीकृति भी प्राप्त है जिससे उन्हें शासन द्वारा आवास की सुविधा भी मिलेगी। इसके साथ ही उन्हें पेंशन की स्वीकृति भी मिली है।
डीएफओ कमल ने बताया कि विभाग एवं ग्रामीणों के द्वारा समझाइश भी दी जाती रही है। परन्तु इसके बाद भी बार-बार उसी स्थल पर झोपड़ी बनाकर अतिक्रमण किया जा रहा था। बीटगार्ड की लापरवाही से आश्रय में आग लगने की घटना कारित हुई जिसपर इस लापरवाही पूर्ण कृत्य को संज्ञान में लेते हुए संबंधित बीटगार्ड को निलंबित किया गया। साथ ही संबंधित परिक्षेत्र सहायक को कारण बताओ पत्र एवं परिक्षेत्र अधिकारी को स्पष्टीकरण देने कहा गया है।
इसके साथ ही उपवनमण्डलाधिकारी अम्बिकापुर को तथ्यात्मक जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया।
उन्होंने बताया कि उपस्थित ग्राम करदोनी के ग्रामीणों से चर्चा की गई एवं उन्हें वनों में अतिक्रमण न करने की समझाईश दी गई। ग्रामीण श्री गौरी के पुत्र अखिलेश एवं परिवार के अन्य सदस्यों द्वारा भी इस बात पर सहमति व्यक्त की गई। उनके पुत्र अखिलेश द्वारा बताया गया कि ग्राम में उनके सम्मिलात खाते की भूमि है, जिसमें घर है, शेष भूमि का औपचारिक बंटवारा नहीं कराया गया है। इनका फौती, नामांतरण कर बंटवारा कराने की कार्रवाई की जाएगी।