सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 9 जून। युवक की हत्या कर शव को कुएं में फेकने वाले आरोपी को सरगुजा पुलिस ने 48 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया है। मामले के खुलासे में सीएसपी स्मृतिक राजनाला व गांधीनगर पुलिस की अहम भूमिका रही।
हत्या की मुख्य वजह मृतक द्वारा उधार में दिए हुए 5000 रुपए थे, जो आरोपी से वह वापस मांगने आया था। आरोपी ने रुपए न देने के वाद विवाद पर उसकी हत्या कर देने और पत्थर एवं घर की रस्सी से शव बांधकर कुएं में फेंकना स्वीकार किया है। आरोपी की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त डंडा, टांगिया एवं घटना के दौरान पहना हुआ पैंट बरामद किया गया। गिरफ्तार आरोपी शातिर किस्म का व्यक्ति है। पूर्व में भी थाना गांधीनगर के चोरी के प्रकरण में उसका चालान हो चुका है।
एडिशनल एसपी विवेक शुक्ला ने बताया कि सरगुजा पुलिस को 7 जून को ग्राम चिखलाडीह नर्मदापुर के स्थानीय ग्रामीणों द्वारा किसी गंभीर विवाद के दौरान आपराधिक घटना होने की आशंका की सूचना प्राप्त हुई थी। सूचना पर विशेष पुलिस टीम द्वारा उक्त घटनास्थल संजीव दास का मकान जहां से गंभीर विवाद होने की सूचना प्राप्त हुई थी, उसका निरीक्षण किया गया।
घटनास्थल पर खून के छींटे मिले, जिसे छिपाने के लिए मिट्टी से लिपाई करना पाया गया था। घटनास्थल निरीक्षण पर किसी गंभीर आपराधिक घटना होने की अंदेशा पर सघन सर्चिंग की गई थी। दूर खेत स्थित एक कुएं से एक युवक का शव बरामद किया गया था। मामले में सदर धारा का अपराध घटित होना पाये जाने से थाना गांधीनगर मे धारा 302,21 भा.द.वि.का अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला, नगर पुलिस अधीक्षक स्मृतिक राजनाला , प्रशिक्षु आईपीएस चिराग जैन, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस अखिलेश कौशिक के नेतृत्व में दो अलग-अलग विशेष टीम का गठन कर फरार आरोपी को गिरफ्तार करने लगातार दबिश दी जा रही थी। विवेचना दौरान स्थानीय ग्रामीणों से घटना के सम्बन्ध में पूछताछ की गई।
मामले के संदेही संजीव दास उफऱ् संचू पनिका उम्र 26 वर्ष निवासी चिखलाडीह नर्मदापुर को 4 जून को रात के समय खेत के तरफ से आते देखना बताया गया था। संदेही घटना दिनांक से अपने घर से फरार था। आरोपी के घर में खून के छींटे एवं धब्बे भी प्राप्त हुए थे। विशेष पुलिस टीम द्वारा मामले के आरोपी की घेराबंदी कर प्रतापपुर से पकडक़र पूछताछ किया गया।
आरोपी संजीव दास ने बताया कि सुधीर साव से पुरानी जानपहचान थी। सुधीर साव का घर आना-जाना भी हुआ करता था। सुधीरसे कुछ दिनों पूर्व उधार में 5000 रुपये लिया था। पैसे को मांगने के लिए सुधीर घर आ जाता था। चार जून को सुधीर साव अपने उधार में दिए हुए रुपये मांगने आरोपी संजीव दास के घर आया हुआ था। उसी दौरान रुपये आज देने की जिद पर विवाद होने पर संजीव दास ने सुधीर की डंडे एवं टांगी से सर एवं अन्य जगहों पर मारकर हत्या कर दी। हत्या पश्चात शव को कंधे मे ढोकर दूर खेत स्थित कुएं के पास ले जाकर रस्सी एवं पत्थर से बांधकर कुएं मे फेंक दिया था। आरोपी के विरुद्ध अपराध सबूत पाये जाने से गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।