रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 15 जून। संकट मिटे हरे सब पीरा जो सुमिरे हनुमत बल बीरा हनुमान चौपाई का उल्लेख करते हुए सांसद गोमती साय ने भूपेश सरकार से पूछा आखिर उन्हें बजरंग बली का साथ क्यों बताना पड़ रहा है? संकट आने पर मनुष्य हनुमान जी का स्मरण करता है।
सांसद गोमती साय ने कहा आगामी चुनाव के दौरान सरकार पर आया संकट देख भूपेश सरकार को बजरंग बली की याद आ रही है। संजीवनी ला रहे बजरंग बली को काल नेमि राक्षस से साधु का वेश धारण कर छलने का प्रयास किया था वही काम भूपेश सरकार कर रही है सरकार आने के बाद एक बार भी भूपेश बघेल ने बजरंग बली का स्मरण नही किया लेकिन चुनाव आते ही काल नेमी राक्षस की तर्ज पर वे बजरंग बली के साथ होने का दावा कर रहे है।
बजरंग बली हर उस व्यक्ति के साथ है जो उनके पूज्य भगवान राम पर आस्था रखता है। कांग्रेस ने कभी भी राम पर आस्था नही रखी। राम मंदिर निर्माण के मामले सहित राम सेतु को काल्पनिक बताए जाने को लेकर कांग्रेस कोर्ट में खिलाफ में खड़ी नजर आई। भाजपा का दशकों पुराना वादा था कि राम मंदिर बनाएंगे कांग्रेस बार बार पूछती रही कि राम मंदिर कब बनायेंगे लेकिन मंदिर बनाने के लिए कांग्रेस ने कभी कोई प्रयास नहीं किया।
भूपेश बजरंग बली के साथ होने का दावा करने के पहले यह साबित करे कि उनकी आलाकमान की राम पर आस्था है या नहीं ? सांसद गोमती साय ने भूपेश बघेल द्वारा बजरंग बली के साथ होने का दावा किए जाने संबंधी बयान को आस्था का अपमान बताया।