सरगुजा
प्रकरण की जांच करा दोषी व्याख्याता और संस्था प्रमुख पर कार्रवाई की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 25 जून। राजीव गांधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय अम्बिकापुर में कॉमर्स के फोर्थ सेमेस्टर एग्जाम में खुले आम मोबाइल से नकल के करने की शिकायत पार्षद आलोक दुबे ने सरगुजा कमिश्नर शिखा तिवारी राजपूत से की है।
शिकायत में श्री दुबे ने आरोप लगाते हुए बताया कि राजीव गांधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय अम्बिकापुर में बी.कॉम. के फोर्थ सेमेस्टर, बी.सी.ए. फोर्थ सेमेस्टर, एल.एल.बी. के फोर्थ सेमेस्टर एग्ज़ाम जो 20 जून को फाउन्डेशन कोर्स इंग्लिश का एक पालियों में लिया गया था। जो 10.30 से 11.30 बजे एक घंटे का एवं 12 से 1 बजे एक घंटे का जो पाँच कक्षाओं में कम्पनी लॉ का इग्जाम लिया गया था। जो कमरा नं. 05 रूसा बिल्डिंग में करीब 112 छात्र एग्जाम दे रहे थे। इसमें इन्वेजलेटर के रूप में 2 महिला प्रोफेसर थीं। इस परीक्षा में उस कमरे में 50 से 60 प्रतिशत छात्रों के पास मोबाईल था और वो गूगल से आन्सर देखकर अपने आन्सर शीट पर लिख रहे थे।
6 कमरे में करीब 626 छात्रों ने परीक्षा दी। इसकी सूचना 20 जून को मोबाइल के गूगल से आन्सर देखकर आन्सर शीट में नकल कर उत्तर लिखने की सूचना एक छात्र के द्वारा शासकीय राजीव गांधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य रिजवानउल्लाह खान को मोबाइल से सूचना दी गई थी। किन्तु संस्था के प्राचार्य रिजवानउल्लाह खान के द्वारा कोई ध्यान नही दिया गया, इसका परिणाम यह हुआ कि 22 जून की परीक्षा में पुन: इसकी पुनरावृत्ति हुई और छात्रों का मनोबल बढ़ गया और परीक्षा में 474 छात्रों में 90 प्रतिशत छात्र मोबाईल लेकर कॉलेज में आये और मोबाइल से गूगल में आन्सर देखकर अपने आन्सर शीट में पेपर बनाये।
पार्षद आलोक दुबे ने सरगुजा कमिश्नर से छात्रों के भविष्य को देखते हुए तत्काल एक जांच टीम गठित कर इस पूरे प्रकरण की जांच कराये एवं दोषी व्याख्याता और संस्था प्रमुख पर अवश्यक कार्रवाई करने की मांग की है ताकि भविष्य में कोई भी छात्र मोबाइल लेकर परीक्षा हाल में न प्रवेश करें।
मोबाइल से नहीं हुआ है कोई नकल,जमा करने टेबल पर रखा था
उक्त मामले को लेकर पीजी कॉलेज के प्राचार्य रिजवानउल्लाह खान से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि पार्षद आलोक दुबे द्वारा लगाए गए आरोप गलत है,मोबाइल से कोई भी नकल नहीं हुआ है। परीक्षा नहीं था इंटरनल टेस्ट हो रहा था,कक्ष में जिनकी ड्यूटी लगी थी उनके द्वारा छात्रों से मोबाइल जमा करने के लिए बोला गया जिसमें छात्र मोबाइल जमा कराने टेबल पर रखा था, इसी दौरान किसी ने फोटो खींचकर गलत ढंग से दुष्प्रचार करवा रहा है।