सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 27 जून। नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत नजूल भूमि पर अवैध कब्जे करने वाले कब्जाधारियों के खिलाफ प्रशासन सख्त हो गया है। कलेक्टर के निर्देश पर नगर निगम अमला और पुलिस की संयुक्त टीम पीछे 2 दिनों से अभियान चलाकर कर अतिक्रमण हटाने में जुटी है।
पिछले कई दिनों से कलेक्टर को शिकायत मिल रही थी कि निगम क्षेत्र अंतर्गत शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा का खेल चल रहा है। शिकायत मिलने पर कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए नगर निगम को कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जिसके बाद नगर निगम और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए शहर के मध्य स्थल चौपाटी के सामने से अवैध कब्जा हटाया, साथ ही गांधीनगर और सर्किट हाउस के सामने अवैध कब्जा के खिलाफ प्रशासन ने बुलडोजर चलाया है।शासकीय तालाब एवं शासकीय नजूल भूमि पर वर्षों से काबिज अतिक्रमणकारियों के विरूद्ध बड़ी कार्रवाई करते हुए जिला प्रशासन, नगर निगम, पुलिस प्रशासन की संयुक्त टीम ने गाँधीनगर, फुण्डुरडिहारी, तुर्रापानी क्षेत्रवासियों को बड़ी राहत दी है।
जिस शासकीय तालाब को अतिक्रमणकारियों ने अवैध रूप से कब्जाकर एक बहुत बड़ी आबादी को आम निस्तार सहित धार्मिक कर्मकाण्ड, अनुष्ठान से वंचित कर रखा था। इस बात को लेकर आये दिन क्षेत्रवासियों एवं अतिक्रमणकारियों के बीच लड़ाई-झगड़े होते रहते थे। कानूनी लड़ाई के बाद यह सुनिश्चित हुआ कि उक्त शासकीय भूमि व तालाब पर कज्बाधारी का कब्जा अवैध है और शासकीय तालाब के आम निस्तार तथा वहाँ तक जाने के लिए गेट लगाकर रास्ता बंद कर देना अवैधानिक कृत्य था।
ज्ञात हो कि इस अवैध कब्जे की मुक्ति के लिए सभी दल के जनप्रतिनिधि क्षेत्रीय पार्षद गीता रजक, मंजूषा भगत, द्वितेन्द्र मिश्र, प्रबोध मिंज (पूर्व महापौर), आलोक दुबे ने संयुक्त रूप से पहल व प्रयास किया। जिला प्रशासन को ज्ञापन दिया था।
एसडीएम शिवानी जायसवाल, तहसीलदार भूषण मण्डावी, नायब तहसीलदार अजय गुप्ता, आर.आई. धर्मेन्द्र सिंह, रामदेव यादव सहित राजस्व पुलिस व निगम की टीम ने इस बड़ी कार्रवाई को किया। जिसकी समस्त क्षेत्रवासी प्रशंसा कर रहे हैं। साथ ही भविष्य में उक्त तालाब के सौंदर्यीकरण एवं शासकीय भूमि पर बच्चों के खेलने के लिए बुजुर्गों के स्वास्थ्य लाभ के लिए पार्क बनवाने की आशा रखते हैं।