बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 9 जुलाई। पत्रवार्ता में पूर्व राज्य युवा आयोग के सदस्य अजय सिंह ने देव गुड़ी बनाने के नाम पर विधायक और कलेक्टर पर जालसाजी कर सरकारी धन का बंदरबांट करने का आरोप लगाया। देव गुड़ी आस्था का केंद्र माना जाता है। विधायक जब कोई गांव जाते हैं तो देवी देवताओं का स्मरण कर निर्माण कार्यों का भूमिपूजन का आरंभ करते है पर जिले में वहीं देव गुड़ी बनाने के नाम पर विधायक के संरक्षण में ग्रामीण अंचल में आदिवासी लोगों के आस्था को नजरंदाज कर कलेक्टर सरकारी धन को भ्रष्टाचार में खपाने के लिए विधायक द्वारा की गई मसौदा को बदलने का पुख्ता आरोप अजय सिंह ने कलेक्टर पर लगाया।
कोई सोची-समझी आरोप नहीं बल्कि सूचना का अधिकार में प्राप्त दस्तावेजों के साथ अजय सिंह ने पत्रवार्ता में यह आरोप लगाया है। जिले में भ्रष्टाचार चरम पर है देव स्थलों को भी नहीं बक्सा जा रहा है । 8 अगस्त 2022 को छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास में 14 करोड़ 04 लाख रुपए का आबंटन प्रदेश सरकार को जारी हुआ जिसमें बीजापुर को 03 करोड़ 49 लाख रुपए जारी किया गया। कलेक्टर जिले के चारों ब्लाक के जनपद पंचायत के सीईओ को तकनीकी प्रकरण तैयार करने का निर्देश करते हैं। प्रकरण तैयार होने के बाद 09 दिसंबर 2022 को कलेक्टर के निर्देश में चारों विकास खंड को कार्य एजेंसी बनाकर ग्राम पंचायतों को देव गुड़ी का निर्माण कार्य करने का जिम्मेदारी सौंपा लेकिन 22 दिसंबर 2022 तक जनपद पंचायत किसी प्रकार का कार्य नहीं किया गया। अजय ने यहां भी विधायक को घेरने से चुके नहीं। विधायक के दबाव में जनपद पंचायत कार्य करने में कोई रुचि नहीं लिया।
दरअसल कमीशनखोरी का मंजरा है। 117 देव गुड़ी का काम ग्राम पंचायतों के माध्यम से कराने से कमीशन वसूलने के में तकलीफ होने के अंदेशा में विधायक 22 फरवरी 2022 को कलेक्टर को निर्माण एजेंसी में आंशिक संशोधन करने के लिए तहरीर देकर जिन ग्राम पंचायतों को सरकार जिला और राज्य के विकास में रीढ़ की हड्डी मनती है। वहीं ग्राम पंचायतों को स्थानीय विधायक विक्रम शाह मंडावी बकायदा कलेक्टर को अवगत कराते हैं कि ग्राम पंचायतों में होने वाले निर्माण कार्यों में प्रगति में धीमा तथा गुणवत्ता विहीन कार्य करने का आरोप ग्राम पंचायतों पर लगाकर सहायक आयुक्त आदिवासी विकास सखा को 03 करोड़ 49 लाख रुपयों से 117 देव गुड़ी निर्माण एवं मरम्मत व बाउंड्री वॉल निर्माण एजेंसी बनाने का सिफारिश किया ।
विधायक के कहने के बाद कलेक्टर ग्राम पंचायत कार्य एजेंसी को निरस्त कर 27 दिसंबर 2022 को सहायक आयुक्त के एस मश्राम को कार्य एजेंसी बनाने के बाद 26 दिसंबर 2022 को संचालनालय जनसंपर्क को दो अखबारों में निविदा आमंत्रित हेतु सहायक आयुक्त ने निविदा प्रकाशित करवाया जिसमें स्पष्ट उल्लेख है कि लोक निर्माण विभाग से पंजीकृत ठेकेदार पात्र होंगे। निविदा प्रपत्र बिकने की अंतिम तिथि 20 जनवरी 2023 शाम साढ़े पांच बजे और निविदा प्राप्त करने की अंतिम तिथि 30 जनवरी 2023 03 बजे तक व निविदा खोलने की तिथि 30 जनवरी 2023 को साढ़े तीन बजे तय किया गया है। बगैर पंजीकृत ठेकेदार कोत्तापाल निवासी अनिल लिंगम को 117 देव गुडिय़ों का काम का जिम्मा 13 फरवरी को दिया गया ।
अजय सिंह नेे कहा शुरुआत से लेकर अंतिम तक देव गुड़ी बनाने के नाम पर विधायक के द्वारा कलेक्टर को साथ में लेकर भ्रष्टाचार का ऐसा मसौदा तैयार किया किया एक ही जगह से कमीशन मिल सके। इस लिहाज सहायक आयुक्त को निर्माण एजेंसी बनाकर देव गुडिय़ों के नाम पर लाखों का बंदरबांट किया गया। विडंबना है कि 24 घंटे में 117 देव गुडिय़ों का काम 50 फीसदी होना बताकर सरकारी धन का किया दुरुपयोग आज वहीं कार्य छह महीने बाद भी आधा-अधूरा पड़ा है। अजय ने इस पूरी गड़बड़ी में बीजापुर थाना कोतवाली में सहायक आयुक्त के खिलाफ तहरीर देकर शिकायत दर्ज कराया जाकर कलेक्टर को अवगत कराया जा चुका है। बावजूद इसके कलेक्टर और थाना कोई कार्रवाई नहीं किए जाने पर प्रधानमंत्री कार्यालय एवं लोकायुक्त शिकायत करेंगे विक्रम मंडावी ने अजय की जेड सुरक्षा से वाय करवा दिया अब वाय से शून्य क्यों न करवा दें हमें कोई असर नहीं पड़ता। इससे सहज अंदाज लगाया जा सकता है कि जिले में विकास के आड़ में भ्रष्टाचार किस कदर हावी है।