राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 अगस्त। पंडित शिव कुमार शास्त्री कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र राजनांदगांव से अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय राजनांदगांव के मार्गदर्शन में 18वां गाजर घास जागरूकता सप्ताह का शुभारंभ किया गया। 18वां गाजर घास जागरूकता सप्ताह 16 से 22 अगस्त तक चलाया जाएगा।
इस अवसर पर महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. जया लक्ष्मी गांगुली द्वारा गाजर घास एवं उनके समन्वित प्रबंधन के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि गाजर घास एक घातक खरपतवार है। पानी मिलने पर गाजर घास वर्ष भर फल-फूल सकती है परंतु वर्षा ऋतु में इसका अधिक अंकुरण होने पर यह एक भीषण खरपतवार का रूप ले लेती है। यह मुख्यत: खाली स्थानों, अनुपयोगी भूमियों, औद्योगिक क्षेत्रों, बगीचों, पार्कों, स्कूलों, रहवासी क्षेत्रों, सडक़ों तथा रेलवे लाइन के किनारों आदि पर बहुतायत में पायी जाती है। पिछले कुछ वर्षोंं से इसका प्रकोप सभी प्रकार की खाद्यान्न फसलों, सब्जियों एवं उद्यानों में भी बढ़ता जा रहा है। इसके कारण फसलों की उत्पादकता भी प्रभावित हो रही है।
इस अवसर पर गाजर घास एवं उनके प्रबंधन के संबंध में प्रश्नोत्तरी के माध्यम से विद्यार्थियों के जिज्ञासाओं का भी सामधान किया गया। गाजर घास जागरूकता सप्ताह के प्रथम दिन पर चतुर्थ वर्ष के विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. विनम्रता जैन द्वारा किया गया।
इस अवसर पर कृषि महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. आरएन गांगुली, कार्यक्रम समन्वयक डॉ. ललित कुमार रामटेके, सहायक प्राध्यापक डॉ. एमके चंद्राकर, डॉ. पूजा साहू, डॉ. डिकेश्वर निषाद, डॉ. प्रेरणा परिहार, डॉ. प्रदीप पटेल, डॉ. रोमिला, डॉ. मिनाक्षी मेश्राम उपस्थित थे।