राजनांदगांव
बागतराई पंचायत का मामला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 अगस्त। बागतराई पंचायत में स्थित कांजी हाउस में मवेशी दाना-पानी के लिए तरस रहे हैं। लावारिस मवेशियों को कांजी हाउस में ठूंस-ठूंसकर रखा गया है। मवेशियों की देखभाल करने के लिए न ही पंचायत के पदाधिकारी अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं और न ही ग्रामीणों का ध्यान मवेशियों की सुरक्षा की ओर है।
बताया जा रहा है कि तकरीबन 2 दर्जन से ज्यादा मवेशियों को कांजी हाउस में रखा गया है। खेतों को नुकसान पहुंचाने की आशंका के चलते मवेशियों को कांजी हाउस में रखा गया है।
एक जानकारी के मुताबिक कांजी हाउस में पर्याप्त चारा और पानी की कमी से मवेशियों के सामने भूखे मरने की नौबत आन खड़ी है। मवेशियों की शारीरिक स्थिति देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि कई दिनों से चारा और पानी नहीं दिया गया है। मवेशियों की खराब स्थिति देखकर किसी का मन भी पसीज नहीं रहा है। इसलिए मवेशियों में ज्यादातर बीमार और सुस्त हालत में है।
इस संबंध में पंचायत के सरपंच अजय कुमार ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि कांजी हाउस की व्यवस्था का जिम्मा ग्रामीणों के ऊपर है। पंचायत में व्यवस्था के लिए कोई फंड नहीं है। ऐसे में दाना-पानी मुहैया कराना पंचायत के बस की बात नहीं है। इधर पिछले दिनों एक मवेशी के मृत होने की भी जानकारी सामने आई है। बताया जा रहा है कि रसूखदार किसानों ने कई मवेशियों को जबरिया कांजी हाउस में डाल दिया है। जिसके चलते मवेशियों की हालत दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है।