राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 सितंबर। शासकीय दिग्विजय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में जनभागीदारी अध्यक्ष रईस अहमद शकील के मार्गदर्शन में महापौर हेमा देशमुख ने महिला सशक्तिकरण एवं स्वरोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों को मार्गदर्शन प्रदान किया।
महापौर श्रीमती देशमुख स्वयं छात्रों के बीच जाकर उनकी समस्याओं को सुना तथा नोट भी किया तथा उन्हें सीधे मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की बात कही । विद्यार्थियों की महापौर से कुछ विशिष्ट मांगे थी, जैसे प्रदेश के सभी छात्रों को समान रूप से छात्रवृत्ति प्रदान की जानी चाहिए । सभी विद्यार्थियों को बस तथा रेलवे के यात्री किराए में कंसेशन प्रदान किया जाना चाहिए। डिग्री महाविद्यालयों को पॉलिटेक्निक, आईटीआई, इंजीनियरिंग, नर्सिंग, बी-एड कॉलेज के साथ सामंजस्य से कार्य करना चाहिए ।
न्यू एजुकेशन पॉलिसी पूरे प्रदेश के सभी महाविद्यालयों में समान रूप से लागू की जानी चाहिए । एनसीसी एनएसएस के विद्यार्थियों को नौकरी में प्राप्तांक में कुल 3 प्रतिशत का बोनस दिया जाना चाहिए। छत्तीसगढ़ी संस्कृति, त्योहार, परंपराओं, खेलों आदि को विद्यालय तथा महाविद्यालयों के पाठ्यक्रम में लागू किया जाना चाहिए । कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया । डॉ मीना प्रसाद, डॉ. त्रिलोक कुमार, डॉ. सोनल मिश्रा, प्रोफेसर वीरेंद्र बहादुर, प्रो.विकास कांडे, दीपक परगनिहा करुणा रावटे, नादिर इकबाल आदि उपस्थित रहे।