राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 सितंबर। भारत में करीब 28 राज्य हैं, आठ संघ शासित राज्य हैं। उक्त राज्यों में 5 वर्ष तक लगातार विधानसभा चुनाव होते रहते हैं। विधानसभा, जिला पंचायत, जनपद पंचायत, सरपंच के चुनाव सहित तरह-तरह के चुनाव लगातार होते रहते हैं। जिससे बहुत अधिक धन और समय की बर्बादी होती है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता कचरू प्रसाद शर्मा ने कहा कि इन सभी चुनाव में स्थानीय प्रशासन की बड़ी भूमिका रहती है, क्योंकि वह सब चुनाव आयोग के ोअंतर्गत हो जाते हैं। चुनाव के पूर्व आचार संहिता लग जाती है और आचार संहिता लगने के बाद सभी विकास के कार्यों की गति बहुत धीमी हो जाती है, क्योंकि प्रशासकीय कर्मचारी चुनाव में व्यस्त हो जाते हैं और चुनाव व्यस्त में होने के कारण वे विकास कार्यों की ओर ध्यान नहीं दे पाते, ऐसी स्थिति में समय का बहुत बड़ा नुकसान होता है, और इस नुकसान की भरपाई संभव नहीं है। जब भी कहीं चुनाव की घोषणा होती है, वहां तीन माह पूर्व से ही आम जनता के कार्यों को चुनाव है, कहकर टाला जाता है। शासन किसी नए कार्यों की घोषणा नहीं कर सकता, उसे प्रारंभ नहीं कर सकता। कचरू प्रसाद शर्मा ने कहा कि चुनाव में होने वाले धन के अपव्यय को रोककर विकास में धन लगाने की गति को आकार दे, धन का सदुपयोग हो।