सरगुजा
मोटरसायकल से किया निरीक्षण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता।
अम्बिकापुर,16 सितंबर। जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंहदेव ने विभिन्न ग्रामों में 25 करोड़ की लागत से बनने वाले सडक़ों का भूमिपूजन करने के साथ ही 2 नये उप स्वास्थ्य केन्द्र का लोकार्पण भी किया। इस दौरान उन्होंने कई नये इलाकों में बनने वाले सडक़ों से संबंधित क्षेत्रों का मोटरसायकल से निरिक्षण भी किया।
जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 2 के ग्राम सुदरपुर, बिलासपुर, सुखरी, सपना, बकिरमा, रनपुरकला, लब्जी आदि गांवों में करीब 40 किमी की लम्बाई की सडक़ें जिसमें नवीन सडक़ के साथ ही पुरानी सडक़ों का नवीनीकरण भी शामिल है के निर्माण का भूमिपूजन आज ग्राम सुंदरपुर में उनके द्वारा किया गया। इन सडक़ों का निर्माण व नवीनीकरण प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना एवं मुख्यमंत्री ग्राम सडक़ योजना के अन्तर्गत होना है। सडक़ों के भूमिपूजन के उपरांत जिला पंचायत उपध्यक्ष ने विभागीय अधिकारियों के साथ बनने वाले इन सभी सडक़ों का निरीक्षण भी किया।
ग्राम सपनाखास से फतेहपुर के मध्य बनने वाले 6 किमी लंबे नवीन मार्ग का कुछ हिस्सा चारपहिया वाहन के अनुकूल नहीं होने के कारण उन्होंने मोटरसायकल से इस मार्ग का निरीक्षण किया। इस मार्ग के अलावा बकिरमा खास से पहाडपारा, रनपुर कला के तर्रीपारा से रनपुरकला मुख्य बस्ती, हर्राटिकरा के कालापारा से हर्राटिकरा मुख्य बस्ती मार्ग का निर्माण प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के अन्तर्गत होगा। जबकि लब्जी से बकिरमा तक के मार्ग का निर्माण मुख्यमंत्री ग्राम सडक़ योजना के अन्तर्गत होगा। सुदरपुर पंचायत में फुटामुडा से चिटकीपार, इसी पंचायत में बिलासपुर रोड से सेमरपारा-जंगलपारा होते सुखरी रोड तक के मार्ग एवं हर्राटिकरा पंचायत में सुखरी मेनरोड से नालापारा मार्ग का रिनिवल वर्क का भी आज भूमिपूजन हो गया है।
इस दौरान उनके साथ पीसीसी महासचिव द्वितेन्द्र मिश्रा, जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश गुप्ता, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष ग्रामीण विनय शर्मा, शैलेन्द्र सोनी, याकूब, राजकुमार तिवारी, फैजल सिद्धकी, नरेन्द्र वैष्णव, जतन राम, दीपक, जयपाल यादव, गोपी आदि मौजूद थे।
2 नये उपस्वास्थ्य केन्द्रों का उद्घाटन
जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंहदेव ने करीब 28 लाख की लागत से बनने वाले 2 नवीनीकृत उप स्वास्थ्य केन्द्रों का उद्घाटन भी किया है। ये नये उप स्वास्थ्य केन्द्र ग्राम बकिरमा एवं ग्राम रनपुरकलां में स्थित हैं। इन दोनों उपस्वास्थ्य केन्द्रों के पुराने भवन जीर्ण-शीर्ण हो गये थे। नये नार्म के मुताबिक उनमें आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार भी संभव नहीं था। इस कारण इन दोनों गांवों में नये उप स्वास्थ्यकेन्द्रों की स्थापना की गयी। इस दौरान वहां मौजूद ग्रामीणों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नवीन स्वास्थ्य केन्द्रों की स्थापना के बाद बिमारियों के प्राथमिक इलाज के साथ ही साथ विशेष तौर पर महिलाओं के प्रसव की बेहतर व्यवस्था हो सकी है। आगे इन भवनों में अन्य कई स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार भी हो सकेगा।