सूरजपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
लखनपुर, 19 अक्टूबर। वन परिक्षेत्र अंतर्गत जंगलों में ग्रामीणों के द्वारा वन अधिकार पट्टा पाने की होड़ में हरे-भरे पेड़ों की कटाई कर अवैध कब्जा करने का मामला सामने आया है।
मामला कटिंदा बीट क्षेत्र अंतर्गत खांचा खुडा का है, जहां पर कुछ ग्रामीणों कुंवरपर बांध में जमीन डूबने से बेघर हो गए। इसके बाद 1966 में पहली बार कब्जा किया गया और विभाग द्वारा जब्ती करते हुए चालान पटवाया गया, और ग्रामीणों के द्वारा वहां घर बना कर अपना जीवन यापन करने लगे।
बताया जाता है कि विभाग के कर्मचारियों द्वारा ग्रामीणों से पट्टा बनवाने के नाम पर पैसा भी लिया गया है और जीपीएस के माध्यम से नाप भी किया गया।
खांचा खुडा का मामला 15 सितंबर 2023 को प्रकाश में आया, जब बेलदगी ग्राम के ग्रामीण खांचा खुडा पहुंच कर जंगल को काट कर जगह-जगह झाला झोपड़ी बनाये, तब विभाग द्वारा 17 सितम्बर 2023 को दोनों गांव के लोगों को बैठाकर सहमति ली गई कि अब जंगल में कोई अतिक्रमण नहीं करेंगे।
जानकारी मिली कि 17 अक्टूबर को बेलदगी के ग्रामीण खांचा खुडा जंगल पहुंच कर जंगलों की अंधाधुंध कटाई कर जगह जगह झाला झोपड़ी बनाया जा रहा है और वहां निवासरत ग्रामीणों के फसलों को नुकसान किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि विभाग के कर्मचारियों को जिसका सूचना देने पर कहा गया कि तुम ग्राम वाले समझो हम कुछ नहीं कर सकते,जाव और थाना में रिपोर्ट दर्ज करवाओ।
इस संबंध में परिक्षेत्र अधिकारी मैरी लिला लकड़ा से फोन पर बात करने से बताया गया कि मुझे पदभार ग्रहण किए दो दिन हो रहा है, पर यह मामला बहुत ही पुराना है, संबंधित कर्मचारियों को भेज दिया गया है, और मौका जांच करने जाऊंगी, तभी यथा स्थिति के विषय में बताया जा सकता है।