रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 22 नवंबर। आवंला नवमी का विशेष महत्व है और इस दिन लोग आवंला पेड़ की पूजा कर मनोकामनाएं मांगते हैं। मंगलवार को आवंला नवमी को लेकर श्रद्धालुओं ने आवंला पेड़ की विधि विधान से पूजा अर्चना की, तो साथ ही पिकनिक स्थलों पर वनभोज का भी जमकर आनंद उठाया।
आंवला नवमी पर हर साल पिकनिक स्थलों में पर्यटकों की भीड़ होती है। मंगलवार को आवंला नवमी के दिन लोग आवंला पेड़ के नीचे पहुंचे और यहां पूजा अर्चना करने के साथ ही हाथ जोडक़र मनोकामनाएं भी मांगी। इसके अलावा इस दिन वनभोज करने की भी परंपरा चली आ रही है। ऐसे में पर्यटक पिकनिक स्थलों पर पहुंचते हैं। मंगलवार को शहर के सबसे करीब के पिकनिक स्थल पर पर्यटक पहुंचे और यहां वनभोज का भी जमकर आनंद उठाए, लेकिन इस बार पिछले साल की तुलना में भीड़ काफी कम था। क्योंकि पूर्व में इंदिरा विहार में खाना बनाने में प्रतिबंध लगा दिया गया था। ऐसे में इसका असर आंवला नवमी पर भी देखा गया।
आंवला नवमी के दिन इंदिरा विहार में सुबह से ही पर्यटकों की भीड़ आनी शुरू हो जाती थी। लोग अलग-अलग जगहों पर चुल्हा में अपना खाना बनाते थे और वनभोज का भरपूर लुत्फ उठाते थे, लेकिन इस बार ऐसा नही था। काफी कम संख्या में पर्यटक यहां पहुंचे थे। हां यह बात जरूर है कि आंवला पेड़ का पूजा करने जरूर शहरवासी यहां आ रहे थे।