रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 दिसंबर। राम मंदिर उद्घाटन के दिन यानी 22 जनवरी को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) पूरे देश में दीपावली मनाएगी। इस दिन देश के सभी महाविद्यालयों में दीपोत्सव का कार्यक्रम किया जाएगा, जिसमें एबीवीपी के छात्रों के साथ-साथ अन्य छात्र भी भाग लेंगे। संगठन ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ-साथ अन्य छात्र संगठनों से भी अपील की है कि वे भी इसे राष्ट्रीय अस्मिता के विषय के रूप में देखते हुए इस कार्यक्रम के सहभागी बनें।
अभाविप के 69 वें राष्ट्रीय अधिवेशन में लिए निर्णय अनुसार रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर विद्यार्थी परिषद ने देश के विद्यार्थियों से दीपोत्सव मनाने का आह्वान किया है। यह अवसर देश के विद्यार्थियों को श्रीराम के आदर्शों को आत्मसात करने का संदेश देने वाला है।
अधिवेशन में छह प्रस्ताव पारित किए गए, जिनमें स्वस्थ जीवन शैली अपनाएं युवा, विवेकशील विकास पर्यावरण संतुलन आवश्यक, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं जीवंत परिसर हेतु उठाए जाएं, ठोस कदम और भारतीय स्वाभिमान के प्रतीक श्री राम मंदिर और नारी शक्ति वंदन अधिनियम एक ऐतिहासिक पहल शीर्षक नाम से दो प्रस्ताव पारित किए गए।
एबीवीपी का मानना है कि भगवान राम देश की संस्कृति और इसके स्वाभिमान के प्रतीक हैं। पूरे देश के छात्रों से यह अपील है कि वे जिन भी कालेजों में पढ़ते हैं, उस दिन उसी को अयोध्या के राम मंदिर का परिसर मानते हुए वहां पूजा-अर्चना का कार्यक्रम करें। कई कॉलेजों में राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम का सजीव प्रसारण भी किया जाएगा। इससे वर्चुअल माध्यम से हर छात्र राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम में अपने आपको सहभागी महसूस कर पाएगा।
परिषद ने कहा कि हमारा उद्देश्य केवल सांस्कृतिक आयोजन करना नहीं है, बल्कि वे अपने देश के हर छात्र में भगवान राम के सद्गुणों को विकसित करने का स्वप्न देखते हैं और यह कार्यक्रम उसी का संदेश देने के लिए आयोजित किया जा रहा है।