रायपुर
पुलिस गांजे के साथ पकडऩा चाहती थी, शराब के साथ पकडऩा पड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 दिसंबर। चुनाव आचार संहिता के दौरान विदेश गए हिस्ट्रीशीटर रवि साहू के लौटते ही पुलिस की अनुशंसा पर जिला दंडाधिकारी ने जिला बदर किया है। विधानसभा चुनाव की आचार संहिता के दौरान इसकी अनुशंसा न किए जाने पर राजधानी पुलिस पर उंगली उठाई जा रही थी। उस दौरान आधा दर्जन मामलों के तीन आरोपियों को जिला बदर किया गया था। लेकिन रवि को बख्श दिया गया था। इस पर कई कांग्रेस नेताओं का वरदस्त है। विदेश यात्रा का खर्च भी एक कांग्रेस नेता ने वहन किया था।
रनि साहू ने प्रियंका गांधी के रोड शो की आधी रात बग्गी में बैठकर अपनी शोभायात्रा निकाला था।रवि, माना-कोतवाली इलाके में आतंक का पर्याय हो गया था। माना इलाके में वर्चस्व स्थापित करने अपने गैंग के साथ एक युवक कि हत्या की थी। थाना कोतवाली रायपुर के हिस्ट्रीशीटर रवि साहू पिता स्व. राजू साहू (34 ) गांधी नगर कालीबाड़ी के विरूद्ध राज्य सुरक्षा अधिनियम 1990 के अंतर्गत धारा 5 (क) एवं (ख) के तहत जिला बदर का प्रकरण प्रस्तुत किया था। जिला दण्डाधिकारी ने आदेश पारित कर रवि साहू को रायपुर और रायपुर के सरहदी जि़लों में रहने, आने-जाने की मनाही होगी।
रवि साहू थाना कोतवाली का हिस्ट्रीशीटर है जिसके विरूद्ध हत्या, हत्या का प्रयास, जुआ/सट्टा एक्ट, आर्म्स एक्ट, नारकोटिक एक्ट, नकबजनी, चोरी, मारपीट सहित अन्य विभिन्न मामलों के 56 प्रकरण थानों में दर्ज है। रवि साहू के विरूद्ध प्रतिबंधात्मक धाराओं के 23 प्रकरण इस प्रकार रवि साहू के विरूद्ध 79 प्रकरण थानों में दर्ज है।
कोतवाली सूत्रों ने बताया क् वह शराब की पेटियां उठाए काफी देर तक पुलिस का इंतजार कर रहा था। और पुलिस गांजा के साथ पकडऩा चाहती थी। उसने गांजा छूने से भी इंकार कर दिया पुलिस की बात नही मानी । अंतत: पुलिस को अपनी योजना रद्द करनी पड़ी।