गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 23 दिसंबर। त्रिवेणी संगम साहित्य समिति राजिम के बैनर तले 21 दिसंबर को राजिम के पथर्रा में पंडित सुंदरलाल शर्मा की जयंती धूमधाम के साथ मनाया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नगर पंचायत अध्यक्ष रेखा जितेंद्र सोनकर, अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष मकसूदन राम साहू, विशेष अतिथि कृषि उपज मंडी के अध्यक्ष रामकुमार गोस्वामी, नपं. उपाध्यक्ष रेखा कुलेश्वर साहू, राजिम भक्तिन मंदिर समिति के संरक्षक डॉ. महेंद्र साहू, झाड़ू राम साहू, मंदेश्वरी कुमार मंडल, नूतन साहू आदि की उपस्थिति रही।
समिति के संरक्षक मोहनलाल मानिकपन ने पंडित सुंदरलाल शर्मा जी के ऊपर प्रकाश डाला गया एवं आह्वान किया कि हमें भी आने वाली पीढ़ी को भी पंडित सुंदरलाल शर्मा से शिक्षा ग्रहण कर अनुकरण करना चाहिए।
मुख्य अतिथि रेखा जितेंद्र सोनकर ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि नवाडीह में त्रिवेणी संगम साहित्य समिति द्वारा पंडित सुंदरलाल शर्मा जयंती का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि पंडित शर्मा जी हमारे क्षेत्र के ग्राम चमसूर है। जिसको महात्मा गांधी जी ने भी अपना गुरु माना है। वर्तमान में शर्मा जी को छत्तीसगढ़ का गांधी के नाम से जाना जाता है।
कार्यक्रम को डॉ.महेंद्र साहू, झाड़ूराम साहू, मकसूदन राम साहू आदि ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने बहुत ही शानदार नृत्य की प्रस्तुति दी। इस दौरान कवियों ने भी शान दार रचना पढ़ कर लोगो को ताली बजाने के लिए मजबूर कर दिया। कार्यक्रम में त्रिवेणी संगम साहित्य समिति के मकसूदन राम साहू, मोहनलाल मानिकपन, गीतकार कवि किशोर निर्मलकर, श्रवण साहू, कोमल सिंह साहू, रोहित साहू, संतोष प्रकृति, डॉक्टर रमेश कुमार सोनसायटी, केवरा यदु, भारत साहू, नरेंद्र साहू पार्थ, रामेश्वर साहू रंगीला, जितेंद्र वर्मा, नूतन साहू, गुंजन साहू, छग्गूयास अडिल इन आदि का सराहनीय भूमिका रही। कार्यक्रम का संचालन किशोर निर्मलकर ने किया एवं आभार प्रदर्शन कुलेश्वर साहू ने की।