गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 26 दिसंबर। समीपस्थ ग्राम हसदा नं. 2 में रासेयो शिविर दूसरे दिन प्रो. खूबचंद वर्मा (इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर) ने कृषि अनुसंधान पर अनेक बहुमूल्य जानकारी ग्रामीणों तथा शिविरार्थियों को दिए एवं उनके जिज्ञासा को शांत किया।
उन्होंने बताया कि इसराइल की मिट्टी रेतीली होती है। कृषि के मामले में अपना अलग स्थान रखते है। वहां के लोगो की इच्छा शक्ति बहुत तेज होती है। कृषि के क्षेत्र में बड़े बड़े अनुसंधान हो रहे है। भारत सरकार आने वाले कुछ वर्षो में कृषि आय को दुगूना करने का लक्ष्य रखा है। स्ट्रॉबेरी, ब्रोकलिव, शिमला मिर्च का उत्पादन करे। नौकरी करने वाला व्यक्ति नौकर कहलाता है, जबकि कृषक मालिक कहलाता है। शिविर निरीक्षण में पहुंचे कार्यक्रम समन्वयक डॉ. एल.एस. गजपाल व डॉ. कमलेश शुक्ला कार्यक्रम अधिकारी संयुक्त रूप से स्वयंसेवको की भूरी भूरी प्रशंसा की। शिविर में 68 स्वयंसेवक नेतृत्व प्रशिक्षण का लाभ ले रहे है।