गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 30 दिसंबर। ग्राम तालेसर में सामुदायिक वन प्रबंधन योजना, ग्रामसभा सशक्तीकरण और पेसा अधिनियम पर जिला स्तरीय सम्मेलन आयोजित किया गया जिसके मुख्य अतिथि राजिम विधयक रोहित साहू रहे। यह कार्यक्रम प्रेरक संस्था गरियाबंद के तत्वावधान में आयोजित हुआ। जिसमें बड़ी संख्या में 8 गांव से महिला, पुरुष शामिल हुए।
कार्यक्रम की शुरूआत छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र के समक्ष पूजा अर्चना व माल्यार्पण और दीप प्रज्जवलित करके हुई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि क्षेत्र के विधायक रोहित साहू ने कहा कि सामुदायिक वन संसाधन प्रबंधन जल, जंगल जमीन के अधिकार दिलाने के लिए यह कार्यक्रम सराहनीय है। वहीं इस काम में सहयोग करने का दिया आश्वासन।
उक्त कार्यक्रम आयोजक व प्रेरक संस्था के निदेशक रामगुलाम सिन्हा ने वन अधिकार कानून, 2006 की जानकारी देते हुए बताया कि यह कानून अनुसूचित जनजाति और अन्य परम्परागत वन निवासी अधिनियम 2006 तथा अनुसूचित जनजाति और अन्य पारम्परागत वन निवासी संसोधन नियम 2012, 4 प्रकार के अधिकार देता है। इसमें व्यक्तिगत अधिकार, सामुदायिक अधिकार, सामुदायिक वन संसाधन, प्रबंधन अधिकार और पर्यावास अधिकार का प्रावधान है।
उन्होंने बताया कि इस कानून के माध्यम से जंगल का संरक्षण व संवर्धन भी करना है, और टिकाऊ आजीविका भी हासिल करना है। पेसा एक्ट के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा इस पर और जागरूकता करने की जरूरत है। कार्यक्रम में दूरदराज के गांवों से आए लोगों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इस कार्यक्रम में जिला पंचायत सदस्य फिरतूराम कंवर, जनपद सदस्य शकुंतला साहू जनपद, जनपद सदस्य निरा बाई तोरेगा पूर्व सरपंच अध्धन सिंह ठाकुर, दुलारी बाई सरपंच गायडबरी एवं ग्राम हरदी, कासरबाय, भेजराडीह, घुटकुनवापारा, तालेसर, गायडबरी, पिपरछेड़ी, कोसमपानी के वन अधिकार समिति अध्यक्ष शामिल हुए।
इस मौके पर तालेसर की स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का सफल संचालन डुमेश्वर साहू ने किया और आभार प्रेरक संस्था के कोमलराम साहू ने किया गया।