सरगुजा
कलेक्टर आधे रास्ते पर मिले बच्चों से
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 5 फरवरी। एकलव्य बालक विद्यालय मैनपाट के करीब 400 बच्चे शिकायत लेकर पैदल ही कलेक्टर से मिलने अंबिकापुर आ रहे थे। वे 30 किलोमीटर पैदल मार्च करते हुए नवानगर पहुंचे थे कि कलेक्टर आधे रास्ते बच्चों से मिले और शिकायतें सुनी।
बच्चों का आरोप है कि प्रभारी उप प्राचार्य एस पी बेहरा अक्सर बच्चों को गाली देते हुए बात करते हैं। विरोध करने पर मारपीट करने लगते हैं। साथ ही छात्रावास से निकाल देने की धमकी भी देते हैं। कुछ दिनों पूर्व शिकायत करने पर अधिकारियों के द्वारा प्रभारी उप प्राचार्य को हटाया गया था, मगर रविवार की रात वे फिर छात्रावास में पहुंच गए और बच्चों से कहा कि वापस आ रहा हूं फिर गाली गलौज करने लगे। इससे नाराज एकलव्य के 400 बच्चे आज सुबह ही पैदल कलेक्टर से मिलने मैनपाट से अंबिकापुर के लिए निकल गए।
इधर मार्ग में बच्चों को रोकने अधिकारियों के द्वारा कोशिश की जाती रही। मगर बच्चे किसी की बात सुनने के लिए तैयार नहीं है, बच्चों का कहना है कि संबंधित प्राभारी उप प्राचार्य के व्यवहार के चलते बच्चे तनाव में भी रहते हैं, जिससे उनकी पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।
एकलव्य आवासीय विद्यालय के बच्चों ने बताया कि रविवार की रात प्रभारी प्राचार्य वहां पहुंचे और बोले कि मैं आ गया हूं कहते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग किया, इसके बाद वह आवासीय विद्यालय में मिलने वाले बच्चों की कॉपी, पुस्तक और ड्रेस को अपनी वाहन में लाद कर ले जा रहे थे, तभी बच्चों ने विरोध किया तो पुन: गाली गलौज किया। इसके बाद बच्चे सुबह होने का इंतजार करते रहे।
आज सुबह 9.30 बजे बच्चे एकलव्य विद्यालय से निकले और अंबिकापुर कलेक्टर से मिलने के लिए आ रहे थे, इधर प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी सूचना मिली तो मार्ग में नागाडाड़ के पास तहसीलदार, एसडीएम व अपर कलेक्टर ने बच्चों को समझाइश देने की कोशिश की, लेकिन बच्चे नहीं माने पैदल चलते रहे और लगभग 30 किलोमीटर दूर बच्चे नवानगर तक पहुंच गए।
बताया जा रहा है कि उसमें से आधे बच्चे वापस लौट गए थे, लेकिन आधे बच्चे जिद पर अड़े हुए थे कि वह कलेक्टर से मिलकर शिकायत करेंगे व प्रभारी प्राचार्य को हटाने की मांग करेंगे।
इसके बाद विभाग ने नवानगर से एक बस करवा कर बच्चों को लेकर अंबिकापुर रवाना होने ही वाले थे कि कलेक्टर श्री संदीपन शाम 5.15 पर नवानगर पहुंच गए और बच्चों की शिकायत सुन रहे थे। समाचार लिखे जाने तक प्रभारी प्राचार्य के ऊपर कोई भी कार्रवाई नहीं की गई थी।
पहले से थे निलंबित, हाई कोर्ट ने दिया स्टे
बताया जा रहा है कि प्रभारी प्राचार्य एस पी बेहरा को अभद्र भाषा एवं अन्य कार्यों को लेकर गत दिनों निलंबित किया गया था जिसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और उन्हें निलंबन पर स्टे मिल गया था। जिसके बाद वह रविवार को एकलव्य विद्यालय पहुंचे और छात्रों के आरोप के मुताबिक अभद्र व्यवहार किया, जिसके कारण छात्र आक्रोशित हो गए और वह 60 किलोमीटर दूर अंबिकापुर मुख्यालय कलेक्टर से मिलने निकल गए और हटाने की मांग कर रहे थे।
इस मामले को लेकर सरगुजा कलेक्टर श्री संदीपान से ‘छत्तीसगढ़’ने उनके मोबाईल पर चर्चा करना चाहा तो उन्होंने नवानगर आने की बात कही।