सूरजपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
प्रतापपुर, 23 फरवरी। आज सूरजपुर जिले के प्रतापपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से ड्रोन से दवा को गोविंदपुर हाईस्कूल ग्राउंड सफलतापूर्वक भेजा गया। इसकी दूरी 31 किलोमीटर थी।
ज्ञात हो कि केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना स्वास्थ्य सुविधाओं में ड्रोन तकनीक का उपयोग के तहत चयनित देश के 25 मेडिकल कॉलेजों में से छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर चिकित्सा शासकीय महाविद्यालय को शामिल किया गया है। शासकीय चिकित्सा महावद्यिालय अम्बिकापुर में सोमवार को अम्बिकापुर से 40 किमी दूर उदयपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तक रक्त सैंपल और रिपोर्ट के साथ दवा भेजने का सफल ट्रायल किया था।
शुक्रवार को सूरजपुर जिले के प्रतापपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से ड्रोन से दवा को गोविंदपुर हाईस्कूल ग्राउंड भेजा गया, जिसकी दूरी 31 किलोमीटर थी, जिसमें जीवन रक्षक दवाएं थी, जिसका वजन लगभग 800 ग्राम था। ड्रोन 22 मिनट में गोविंदपुर में लैंड कर गया और वहां से ब्लड सैंपल लेकर पुन: ड्रोन प्रतापपुर के हाईस्कूल मैदान 20 मिनट में आया। ब्लड सैंपल को स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को सौंपा गया। इसको लेकर विभाग द्वारा व्यापक रूप में तैयारी की गई थी, जिसकी आज टेस्टिंग की गई।
ड्रोन के ऑपरेटर पिनाकी दास ने बताया कि छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए शासन द्वारा नई योजना लाई जा रही है इसके टेस्टिंग के लिए हम लोग के द्वारा फील्ड में आकर इसकी तैयारी की जा रही है।
पीएम मोदी का पायलट प्रोजेक्ट
बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री के इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत मार्ग में जाम लगने, पुल टूटने या अन्य कारणों से मार्ग बाधित होने की स्थिति में वांछित इलाकों तक जरूरी स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने, दवा पहुंचाने से लेकर सैंपल कलेक्शन, रिपोर्ट देने, सैंपल लाने सहित अन्य जरूरी कार्य करने के लिए ड्रोन प्रोजेक्ट की योजना बनाई गई थी. जिससे संकट के समय भी स्वास्थ्य सुविधा लोगों को मिल सके।