सूरजपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजपुर, 29 फरवरी। विकासखंड के ग्राम पंचायत नरसिंहपुर के लिपिलिपिडाँड़ स्थित गागर नदी में 10 दिनों पूर्व मछली मारने गया पहाड़ी कोरवा डूब गया था। प्रशासनिक सहित एसडीआरएफ की टीम तलाश में जुटी है, परंतु 10 दिनों बाद भी अब तक उसका पता नहीं चला है। बुधवार को कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक भी मौके का मुआयना कर एसडीआरएफ एवं अन्य प्रशासनिक टीमों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
ज्ञात हो कि करीब दस दिनों पूर्व 18 फरवरी को नरसिंहपुर निवासी पहाड़ी कोरवा अमीर साय उर्फ सूडुआ नरसिंहपुर के लिपिलिपिडाँड़ स्थित गगर नदी पर मछली मारने के दौरान डूब गया था। जानकारी लगते ही प्रशासनिक टीम सहित एसडीआरएफ की टीम पहाड़ी कोरबा को ढूंढने में लग रहे, परंतु पहाड़ी कोरवा का पता नहीं चला। बुधवार को बलरामपुर जिले के कलेक्टर रिमिजियुस एक्का सहित पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उम्मेद सिंह मौके का मुआयना हेतु पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया।
कलेक्टर-एसपी ने किया घटना स्थल का निरीक्षण
बलरामपुर जिले के कलेक्टर रिमीजूस एक्का एवं पुलिस अधीक्षक डॉ लाल उम्मेद सिंह ने नरसिंहपुर स्थित गागर नदी का निरीक्षण किया। उन्होंने एसडीआरएफ टीम को पानी खाली कर पहाड़ी कोरवा के शव को ढूंढने का आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
बलरामपुर कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने घटनास्थल से करीब आधे किलोमीटर दूर तक नदी का निरीक्षण करते हुए पानी निकासी के उपायों को देखा एवं रेस्क्यू टीम को हर संभव कोशिश करके पानी खाली करने के दिशा निर्देश दिए।
गौरतलब है कि तीन दिनों पूर्व भी एसडीआरएफ की टीम एवं अन्य प्रशासनिक टीमों ने पहाड़ी कोरवा के डूबे हुए जगह पर पंपों की सहायता से पानी खाली करने का प्रयास किया गया था। रेस्क्यू टीम ने घटना स्थल पर लगभग 10 से 12 फीट तक पानी खाली कर सके थे, परंतु नदी का बहाव एवं नदी में रेत ज्यादा होने से पानी के साथ-साथ रेत भी उक्त दुर्घटना स्थल पर भर जा रहा था जिसे देखते हुए रेस्क्यू टीम ने कार्य को बंद कर दिया था। पर अब फिर से बलरामपुर कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक के दिशा निर्देश के बाद उक्त जगह पर पानी खाली करने हेतु प्रयास किया जा रहा है।
परिवार सदमे में
पहाड़ी कोरवा के नदी में डूबने के बाद अब तक उसकी कोई पता नहीं चलने पर परिवार सदमे में है। उक्त पहाड़ी कोरवा के परिवार में उसकी पत्नी व एक छोटा बच्चा सहित उसके माता पिता है।