गरियाबंद
राजिम, 2 मार्च। राजिम कुंभ कल्प के सांतवे दिन मुख्य में देश भक्ति, कत्थक, लोक कलामंच के कार्यक्रमों ने दर्शकों को खूब आनंदित किया। मंच पर रंग झांझर राजेश मिश्रा के टीम ने देशभक्ति गीतों की जबरदस्त प्रस्तुति दी।
मंच पर कार्यक्रम की शुरूआत जागृति सिन्हा पारसबुड़ा ने योग के विभिन्न मुद्राओ का प्रदर्शन कर निरोग रहने के फायदे बताए। चंदखुरी से पहुंची प्रभा यादव ने पंडवानी के माध्यम से महाभारत के उस अंश को लिया जब भीम अपने बड़़े पिता धृतराष्ट्र से मिलने जाते है तो भीम को अपने बांहे फैलाता है इसी कथा को वो अपनी ओजस्वी संवाद में कही। मध्यप्रदेश के देवास से आये प्रफुल्ल गहलोत ने घुंघरू नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों से खूब तालियां बटोरी। भिलाई के पुष्पा साहू ने भजन लोक संगीत की प्रस्तुति दी इसमें राम नाम की महिमा का बखान करते हुए गाया राम जी की निकली सवारी..... के साथ कई भजनों की प्रस्तुति दी। छत्तीसगढ़ के जाने माने कलाकार महेश वर्मा ने लोकमंच के माध्यम से शीतला हो जगमाई..... मोर छत्तीसगढ़ महतारी दया मया फुलवारी जैसे एक से बढक़र एक छत्तीसगढ़ी गीत की प्रस्तुति दी। जिसे सुन दर्शक झूमने को मजबूर हो गए। रंग झांझर राजेश मिश्रा रायपुर ने देशभक्ति और धार्मिक गीतों की प्रस्तुति देकर मंच पर धमाल ही मचा दिया।
उनके द्वारा एक से बढक़र एक गीतो में दर्शक भी झूमने लगे। उनकी पहली प्रस्तुति रही गणपति बप्पा मोरया... रघुपति राघव राजा राम...... राम सिया की करूणा कहानी एक है चंदन एक है पानी..... जय जय राम जय सिया राम...... मेरा कर्मा तू मेरा धर्मा तू..... ये देश है वीर जवानो का....... यहां हर कदम-कदम पर धरती बदले रंग..... ऐसे गीतों ने एक ऐसा समा बांधने का प्रयास किया। कार्यक्रम के दौरान पूर्व गृह मंत्री रामसेवक पैकरा, पूर्व मंत्री पुन्नूलाल मोहिले, राजिम विधायक रोहित साहू, भाजपा के वरिष्ठ नेता रामप्रताप सिंह ने भी कार्यक्रम का आनंद लेते हुए कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।