रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर 10 मार्च, । राज्य शासन के कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी विभाग 11 एवं 12 मार्च, को राजमोहिनी देवी कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, अंबिकापुर में दो दिवसीय किसान मेला, नवाचार मेला तथा कृषि प्रदर्शनी ‘‘अंकुरण’’ का आयोजन किया जा रहा है। जिसके उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री अरूण साव ,कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री रामविचार नेताम उपस्थित रहेंगे। इस किसान मेले में कृषि महाविद्यालय रायपुर के अंतर्गत संचालित विभिन्न कृषि महाविद्यालयों, कृषि विज्ञान केन्द्रों तथा अन्य इकाईयां द्वारा किसानों के लिए किये जा रहे नवीन अनुसंधान, प्रौद्योगिकी तथा नवाचारों का प्रदर्शन किया जाएगा। इनके अलावा राज्य शासन के कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य पालन एवं कृषि अभियांत्रिकी विभागों द्वारा संचालित किसान कल्याणकारी योजनाओं एवं गतिविधियों को भी प्रदर्शित किया जाएगा। इसके साथ ही यहां नाबार्ड द्वारा प्रायोजित कृषि उत्पादक समूहों तथा महिला स्वा-सहायता समूहों द्वारा उत्पादित सामग्रियों एवं तकनीकों का प्रदर्शन भी किया जाएगा। छत्तीसगढ़ जैव प्रौद्योगिकी प्रौन्नत सोसायटी द्वारा किसानों को वर्मिकम्पोस्ट तथा भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ाने में उपयोगी एजोस्पाइरीलम, पी.एस.बी. राइजोबियम एवं जेड.एस.बी. तरल जैव उर्वरकों को नि:शुल्क वितरण भी किया जाएगा। शुभारंभ समारोह के दौरान अतिथियों द्वारा एक कृषि उत्पाद विक्रय केन्द्र का लोकार्पण भी किया जाएगा।
जहां इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के विभिन्न महाविद्यालयों एवं कृषि विज्ञान केन्द्रों द्वारा उत्पादित विभिन्न् किसानोपयोगी उत्पाद विक्रय हेतु उपलब्ध रहेंगे जिनमें विभिन्न फसलों के बीज, पौध सामग्री, कृषि यंत्र, बायो फर्टिलाइजर, बायो इन्सेक्टिसाइड, पेस्टिसाइड एवं अन्य उत्पाद शामिल हैं। इस दो दिवसीय किसान मेले एवं कृषि प्रदर्शनी में सरगुजा संभाग के विभिन्न जिलों के लगभग 15 सौ किसानों के शामिल होने की संभावना है।
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति तथा छत्तीसगढ़ बायोटेक प्रमोशन सोसायटी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. गिरीश चंदेल ने बताया कि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा छत्तीसगढ़ के विभिन्न संभागों में कृषि नवाचार को प्रोत्साहन देने के लिए नवाचार एवं किसान मेलों का आयोजन किया जा रहा है।