जशपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 21 मार्च। मौसम में आई अचानक तब्दीली के चलते क्षेत्र में खड़ी गेहूं, मिर्ची और चने की फसल खराब हो गई है।
हाल ही में किसान गेहूं चना की फसल की कटाई करने की तैयारी में थे, लेकिन वे मौसम बारिश और ओलावृष्टि के चलते खड़ी फसल गिर गई है। जिले भर में तेज हवा गरज के साथ मूसलाधार बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की बेचैनी बढ़ा दी है।
बुधवार शाम को अचानक तेज हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि हुई, जिसमें गेहूं की फसल के साथ टमाटर मिर्ची की फसल को भी भारी नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। बुधवार शाम को मनोरा विकास खंड ओरडीह, हर्राडि़प्पा, मनोरा, सरडीह, खोंगा सहित क्षेत्र के दर्जनों से अधिक ग्राम पंचायतों में तेज हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि के समाचार मिले हैं।
क्षेत्र में 1 घंटे तक तेज वर्षा आंधी तूफान के साथ ओले गिरे
बुधवार शाम के बाद अचानक मौसम का मिजाज बदल गया 2 से 3 घण्टे तक तेज वर्षा और आंधी तूफान होने लगी। कुछ देर बाद ओलावृष्टि प्रारंभ हो गई। लगभग 30 मिनट तक बेर के आकार के ओले गिरने लगे और यह ओलावृष्टि मनोरा विकास खंड के ओरडीह पंचायत में अधिक गिरे है। बाकी जगहों पर कम देखा गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि सडक़ों में ओले के परत जमे हुए थे। इस ओलावृष्टि से विशेष तौर से खेतों में खड़ी गेहूं की फसल को भारी नुकसान हुआ है।
तीन दिन से जारी है मौसम की बेरुखी
ज्ञात हो कि जशपुर जिले क्षेत्र में बीते तीन दिनों से तेज हवा वर्षा और ओलावृष्टि का दौर जारी है। जिसमें कई ग्राम पंचायत में गेहूं एवं चना, टमाटर की फसल प्रभावित हुई है। वर्तमान समय में गेहूं की फसल सुख पक कर खेतों में है। बुधवार को हुई ओलावृष्टि के चलते गेहूं की बालियां फूट कर गेहूं खेतों में बिखर गया है। अब गेहूं चमक खोने के साथ ही काला पड़ जाएगा, जिससे किसानों को गेहूं के दाम नहीं मिल सकेंगे।