सारंगढ़-बिलाईगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़, 22 मार्च। बरमकेला ब्लॉक के डोंगरीपाली धान खरीदी केंद्र में मंडी प्रबंधक की बड़ी लापरवाही सामने आई है। मंडी प्रबंधक के मनमानी रवैये से शासन की धान बोरी बारिश में भीगकर अंकुरित हो गई है, जबकि अधिकारियों के अनुसार संग्रहण केंद्र में धान को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी केंद्र प्रभारियों की है। इसके बाद भी खुले में रखी धान की बोरियां भीग गई है।
अचानक बारिश ने व्यवस्थाओं की पोल खोल कर रख दी है। धान खरीदी केंद्रों में खरीदी की गई धान की सुरक्षा के लिए शासन की ओर से समितियों को राशि भुगतान किया जाता है। इसमें चौकीदार, बारिश से बचाने के लिए तिरपाल की व्यवस्था, भूसी की खरीदी, समेत अन्य कार्यों शामिल होते हैं।
किसानों ने बताया की धान खरीदी केंद्र डोंगरीपाली में हजारों क्विंटल धान बरसते पानी में जमीन के नीचे बिना तालपतरी के रखे हुए हैं। साथ ही कुछ जगह साधारण पन्नी से धान की छल्लियों को ढंकने के लिए उपयोग किया गया है। जो धान को पानी से बचाने के लिए नाकाफी है। खुले में बिना सिलाई के खरीदी किए हजारों बोरा धान छोड़ दिया गया था। यहां खुले में रखा हजारों बोरी धान भींगता रहा इससे मण्डी प्रबंधक कोई ध्यान नहीं दिया और न तो कोई उचित व्यवस्था की गई और ना ही मौके का निरीक्षण किया गया।