कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 2 अप्रैल। जिला मुख्यालय कोण्डागांव से लगे जंगल में सोमवार के दोपहर बाद अचानक आग लग गया। मामले की जानकारी मिलते ही वन परिक्षेत्र दहिकोंगा के रेंज ऑफिसर, वन अमला के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और आग पर काबू पाया।
इस दौरान वन परिक्षेत्र अधिकारी बिजन शर्मा ने कहा कि, आग लगने से छोटे पौधे, बीज व फल और पत्तों के आड़ में पनपने वाले कीट पतंग नष्ट हो जाते हैं।
इसे रोकने के लिए समय-समय पर ग्रामीणों को समझाइश व प्रशिक्षण दिया जाता है।
दक्षिण वन मंडल कोण्डागांव अंतर्गत वन परिक्षेत्र दहिकोंगा में शामिल जिला मुख्यालय कोण्डागांव से लगे वन विभाग के जंगल कक्ष क्रमांक पीएफ 436 में सोमवार को अचानक आग लग गई। आग की लपटे तेजी से जंगल में फैल रही थी, जिसकी सूचना स्थानियों के द्वारा तत्काल दहिकोंगा परिक्षेत्र अधिकारी को दी गई। सूचना मिलते ही दहिकोंगा परिक्षेत्र अधिकारी बिजन शर्मा समेत वन अमला मौके पर पहुंचा और आग पर काबू पाया गया।
इस दौरान रेंजर बिजन शर्मा ने कहा कि, जंगलों को आग से बचना चाहिए। जलता हुआ बीड़ी सिगरेट इत्यादि जंगल के पास भी नहीं फेंकना चाहिए। क्योंकि पतझड़ के बाद सूखे पत्ते में तेजी से आग लग जाता है। जिससे जंगली जीव जंतु के अलावा अंकुरित होने के लिए पेड़ से गिरे बीज को भी नुकसान होता है। समय-समय पर इस संबंध में ग्रामीणों को प्रशिक्षण, समझाइए और जानकारी दी जाती रहती है।