रायपुर

जनरेशन कंपनी के बिजली घरों ने उत्पादन का बनाया नया कीर्तिमान
03-Apr-2024 3:17 PM
जनरेशन कंपनी के बिजली घरों ने  उत्पादन का बनाया नया कीर्तिमान

तेल खपत कम होने से 30 करोड़ की बचत भी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 अप्रैल।
छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी के बिजली घरों द्वारा एक बार फिर विद्युत उत्पादन का कीर्तिमान बनाया गया है। कंपनी द्वारा पाँच वर्ष पहले वर्ष 2018 में 21.277 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन हुआ था। जो विगत 5 वर्षों में कम हो गया था वर्ष 2023-24 में पुन: 21.068 मिलियन यूनिट के आंकड़े को पार करने में सफलता मिली है जो विगत 5 वर्षों बाद बनाया गया कीर्तिमान है। इसके अलावा सर्वाधिक पी.एल.एफ. सबसे कम विशिष्ट तेल खपत, सबसे कम ऑक्जीलिरी पॉवर कंजप्शन का सर्वकालिक कीर्तिमान भी बनाया गया है।

छत्तीसगढ़ विद्युत उत्पादन कंपनी के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 अनेक बड़ी एवं महत्वपूर्ण उपलब्धियों से भरा रहा। इस दौरान विगत वित्तीय वर्ष 2022-23 के 17,703 मिलियन यूनिट की तुलना में इस वर्ष 2023-24 में 21,068 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन का कीर्तिमान रचा गया। इसके पूर्व छत्तीसगढ़ स्टेट जनरेशन कंपनी का अपना ही कीर्तिमान भाजपा शासन के अंतिम वर्ष 2018 में 21,277 मिलियन यूनिट का बना था। विद्युत गृहों के श्रेष्ठ संचालन और लगातार उत्पादन बनाये रखने के लिए एक महत्वपूर्ण पैमाना उनके फोर्सड ऑउटेज कम होने को माना जाता है अर्थात वर्ष 2023-24 के दौरान बिजली घर औसतन संचालित होने वाले समय से अधिक समय तक कार्य करते रहे।

बिजली घरों के बेहतर और निरंतर कार्य करने का एक पैमाना प्लांट लोड फैक्टर भी होता है। वर्ष 2019-20 में छत्तीसगढ़ राज्य पॉवर जनरेशन कंपनी का 16.732 जो हर साल बढ़ते हुए क्रमश: वर्ष 2020-21 में 69.49, वर्ष 2021-22 70.40, वर्ष 2022-23 में 71.18 हुआ और अब वर्ष 2023-24 में बढक़र 84.45. हो गया।

विद्युत उत्पादन के लिए विशिष्ट तेल की खपत विद्युत गृहों के कामकाज का एक प्रमुख पैमाना होता है। कम तेल खपत को विद्युत गृह के श्रेष्ठ कार्यकलाप, संचालन एवं संधारण की कुशलता का मापदण्ड माना जाता है। इस मामले में वित्तीय वर्ष 2023-24 में 0.285 मिलीलीटर प्रति किलोवॉट घण्टा विशिष्ट तेल की खपत रही जो विगत वर्ष 2022-23 की खपत 0.526 मिलीलीटर प्रति किलोवॉट घण्टा की लगभग आधी है। इस प्रकार वर्ष 2023-24 में विशिष्ट तेल खपत में सर्वकालिक सबसे कम खपत का कीर्तिमान राज्य बिजली घरों ने बनाया है। यहाँ यह समझना उचित होगा कि एक वर्ष में 5000 किलोलीटर तेल खपत की बचत होने से 30 करोड़ रूपये से अधिक की बचत विद्युत कंपनी को हुई है।

बिजली घरों के संचालन के लिए स्वयं के उपयोग हेतु भी बड़े पैमाने पर बिजली खपत की आवश्यकता होती है जिसे ऑक्जलिरी पॉवर कंजम्पशन के रूप में जाना जाता है। वर्ष 2023-24 में यह आंकड़ा मात्र 6.92 प्रतिशत रहा जो छत्तीसगढ़ के इतिहास में सबसे कम है। यह बचत भी उत्पादन लागत में कमी का एक महत्वपूर्ण घटक है। इससे ग्रिड में अधिक पैमाने पर पारेषण तथा वितरण के लिए बिजली उपलब्ध होती है।
 

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news