रायगढ़
वन अमला ने जंगल की ओर खदेड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 7 अप्रैल। जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल में साल भर हाथियों का विचरण होता है और जंगल से भटक कर हाथी ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचते हैं। इस बार एक नर हाथी लैलूंगा की सडक़ पर आ पहुंचा। जिससे आसपास रहने वाले लोगों के बीच दहशत का माहौल निर्मित हो गया। इसकी जानकारी जब वन अमला को लगी तो मौके पर पहुंचकर हाथी को जंगल की ओर खदेड़ा गया।
वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक कल शाम ढलने के बाद लैलूंगा रेंज के जंगल से भटकते हुए एक नर हाथी नगर के सडक़ में आ पहुंचा। जिसकी जानकारी जब ग्रामीणों को लगी तो दहशत का माहौल निर्मित हो गया। तब तक मामले की सूचना वन अमला को लग चुकी थी। जिसके बाद तत्काल वन अमला की टीम मौके पर पहुंची और हाथी को जंगल की ओर खदेडऩे लगे। बड़ी मशक्कत के बाद वनकर्मी व हाथी ट्रेकरो के द्वारा हाथी को जंगल की ओर खदेड़ा गया। बताया जा रहा है कि हाथी पाकरगांव की ओर से आगे निकल गया।
रखी जा रही है निगरानी
इस तरह लैलूंगा के सडक़ पर हाथी की मौजूदगी के पास विभाग भी सकते में आ गया। ऐसे में किसी प्रकार की कोई नुकसानी न हो, इसके लिए वन परिक्षेत्राधिकारी, हाथी ट्रेकर सहित वन अमला द्वारा हाथी की निगरानी की जा रही है।
79 हाथियों की मौजूदगी
धरमजयगढ़ वन मंडल में साल भर हाथियों की मौजूदगी रहती है। जहां शासकीय रिकॉर्ड के वर्तमान में 79 हाथियों का दल धरमजयगढ़ वन मंडल के अलग अलग रेंज में विचरण कर रहा है। इसमें 23 नर, मादा 38 के साथ ही 18 शावक भी मौजूद हैं। वहीं धरमजयगढ़ रेंज में सबसे अधिक 33 व छाल और बोरो रेंज के जंगलों में 10-10 अधिक का दल विचरण कर रहा है।