राजनांदगांव
विपरीत मौसम की परवाह किए बगैर पैदल डोंगरगढ़ का रूख
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 अप्रैल। विपरीत मौसम की परवाह किए बगैर रायपुर का एक युवक पदयात्री के तौर पर लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है।
युवक मां बम्लेश्वरी को प्रसन्न करने के लिए बाघ की वेशभूषा में डोंगरगढ़ की सडक़ को नाप रहा है। बारिश और खराब मौसम भी युवक के हौसले के सामने बौने साबित हो रहे हैं।
रायपुर के टाटीबंध का रहने वाला गणेश बाघ 17 वर्षों से दोनों नवरात्र पर मनोकामना को लेकर डोंगरगढ़ दर्शनार्थ के लिए पहुंचता है। इस नवरात्र पर देवी शक्ति की सवारी बाघ की वेशभूषा धारण कर दर्शन करने गणेश बाघ के मन में इच्छा हुई। इसके बाद वह 9 अप्रैल की शाम रायपुर से पैदल डोंगरगढ़ के लिए रवाना हुआ और 11 अप्रैल की दोपहर बाद वह राजनांदगांव पहुंचा।
‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा करते गणेश ने बताया कि वह लगातार 17 साल से नवरात्र में मां बम्लेश्वरी के दर्शन के लिए पैदल सफर तय करता है। उन्होंने बताया कि चैत्र नवरात्र पर वह बाघ की वेशभूषा में मां का दर्शन करने की इच्छा लेकर पैदल चल रहे हैं।
इधर, खराब मौसम की उन्हें परवाह नहीं है। बदले मौसम के कारण सडक़ पर पदयात्रियों की संख्या गिनती की नजर आ रही है। जबकि गणेश अपनी इच्छा शक्ति के सामने आने वाली अड़चनों को फांदकर आगे बढ़ रहे हैं। बाघ बनकर डोंगरगढ़ जाने के दौरान उनके साथ कुछ साथी भी हैं, जो थकान होने पर उनकी देखभाल भी कर रहे हैं। इधर जिले में सेवा पंडालों में बारिश की खलल से पदयात्री बिदक गए हैं।
हालांकि जिला प्रशासन ने निजी संस्थाओं के साथ लगभग 44 पंडाल पदयात्रियों की सेवा के लिए स्थापित किया है। बहरहाल बाघ की वेशभूषा में गणेश को देखकर लोग उनके हौसले की दाद दे रहे हैं।