गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 24 अपै्रल। चिरौंजी गुठली संग्रहण सीजन 2024 अंतर्गत गरियाबंद वनमंडल को कुल 6000 क्विंटल संग्रहण का लक्ष्य शासन से प्राप्त हुआ है। संग्रहण लक्ष्य प्राप्ति हेतु वनमंडल के द्वारा पूरे जिले में 30 प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों के माध्यम से संग्रहण केन्द्र स्थापित किया गया है। पूर्व में चिरौंजी गुठली की दर ग्रेड-1 का दर 126 रूपये एवं ग्रेड-2 का दर 115 रूपये प्रति किग्रा निर्धारित किया गया था।
गरियाबंद वनमंडल के भौगोलिक क्षेत्रों में बे-मौसम बारिश से चिरौंजी गुठली के फसल का भारी नुकसान होने के कारण चिरौंजी गुठली का उत्पादन घटा है, जिससे स्थानीय बाजार दर में वृद्धि हुई है।
वनमंडलाधिकारी लक्ष्मण सिंह के निर्देशानुसार एवं अतुल श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में पूरे जिले में प्राथमिक लघु वनोपज सहकारी समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों के माध्यम से संग्राहकों से संपर्क कर चिरौंजी गुठली की उपलब्धता एवं बाजार दर का सर्वेक्षण कराया गया।
सर्वे में पाया गया कि शासन द्वारा निर्धारित दर एवं बाजार दर में काफी अंतर होने के कारण वनमंडलाधिकारी द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ मर्यादित रायपुर को उक्त वनोपज के संग्रहण दर में वृद्धि हेतु लेख किया गया। छ.ग.राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ रायपुर द्वारा संग्राहकों को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से उक्त वनोपज के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि करते हुए ग्रेड-1 का दर 350 रुपये प्रति किग्रा, ग्रेड-2 का दर 270 रुपये प्रति किग्रा तथा ग्रेड-3 का दर 190 रूपये प्रति किग्रा निर्धारित किया गया है।
वर्तमान में चिरौंजी गुठली के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि होने से संग्राहकों में काफी उत्साह एवं खुशी का माहौल है। संग्राहकों द्वारा मानक अनुरूप चिरौंजी गुठली प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों के माध्यम से शासन को विक्रय कर अधिक से अधिक लाभ प्राप्त होगा। वनमंडलाधिकारी द्वारा संग्राहकों से अपील की गई है कि चिरौंजी गुठली न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम दर पर बिचौलियों को विक्रय न करें और शासन की योजनाओं का लाभ उठाएं।