सरगुजा
![झमाझम बारिश के साथ सावन शुरू, पहले सोमवार को शिवालयों में उमड़े भक्त झमाझम बारिश के साथ सावन शुरू, पहले सोमवार को शिवालयों में उमड़े भक्त](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1721661532-003.gif)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 22 जुलाई। झमाझम बारिश के साथ सावन के पहले दिन और पहले सोमवार को नगर के शिवालयों में सुबह से ही श्रद्घालुओं का तांता लगा रहा। व्रती महिलाएं शिवालयों में पहुंची और जल, दूध, शहद, घी, दही, बेलपत्र, फल से अभिषेक कर सुख-समृद्घि की कामना की।
कई भक्त कांवर में जल लेकर बाइक व अन्य साधनों से कैलाश गुफा, शिवपुर सहित जिले के अन्य धामों की ओर अलसुबह ही रवाना हो लिए थे। सावन सोमवार को लेकर शिव भक्तों में एक अलग उत्साह देखने को मिल रहा था।
सावन मास में भगवान शिव की आराधना का विशेष महत्व होता है। हर किसी को सावन मास का इंतजार रहता है। सावन मास से ही व्रत और त्यौहारों का दौर शुरू हो जाता है। सावन मास के पहले सोमवार को शिवालयों में शिवभक्तों की काफी संख्या में भीड़ उमड़ी।
सोमवार की सुबह से ही हो रही जमकर बारिश के बाद भी शिव भक्तों का उत्साह कम नहीं हुआ और वे शिवालयों में पहुंचकर पूजा-अर्चना में डटे रहे। महिलाएं सुबह से ही बेलपत्र व पूजन सामग्रियों से भरी थाली में लेकर शिवालयों की ओर पहुंचीं। दोपहर बाद तक अभिषेक के लिए महिलाओं के पहुंचने का दौर जारी था।
नगर के पुलिस स्थित शंकर मंदिर, शंकरघाट शिव मंदिर, बौरीपारा शिव मंदिर, सत्तीपारा, जिला न्यायालय के पीछे स्थित रामेश्वर मंदिर, खैरबार रोड घुटरापारा शिव मंदिर, नमनाकला, मां दुर्गा शक्तिपीठ में स्थित शिव मंदिर, आईटीआई के पीछे सहित शहर के प्रमुख शिवालयों में पहले सावन सोमवार को श्रद्घालु पहुंचे और भगवान भालेनाथ की पूजा-अर्चना की। जगह-जगह जलाभिषेक, रूद्राभिषेक का आयोजन चलता रहा।
सोमवार से शुरू होने वाला सावन सोमवार को ही समाप्त होगा। इस बार पांच सावन सोमवार पड़ेंगे। सैकड़ों श्रद्घालु हर वर्ष की भांति पहली सोमवार को ही देवघर पहुंचकर जलाभिषेक किए।