गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 31 दिसंबर। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा व संचालक डीपीआई को पत्र लिखकर वेटेज के साथ वेतन निर्धारण की मांग करते हुए कहा है कि अतिरिक्त सेवा के लिए वेटेज शिक्षकों का अधिकार है।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा, प्रदेश संयोजक सुधीर प्रधान, वाजीद खान, प्रदेश उपाध्यक्ष हरेंद्र सिंह, देवनाथ साहू, बसंत चतुर्वेदी, प्रवीण श्रीवास्तव, विनोद गुप्ता, प्रदेश सचिव मनोज सनाढ्य, प्रदेश कोषाध्यक्ष शैलेन्द्र पारीक,प्रांतीय संगठन सचिव विनोद सिन्हा, संयुक्त सचिव यशवंत बघेल, प्रदेश संयुक्त मंत्री पूरन लाल साहू, जिला संयोजक आरिफ मेमन, भुवन यदु ने संयुक्त रूप से कहा है कि 2 वर्ष में संविलियन के बाद अतिरिक्त सेवा के लिए वेटेज नहीं मिलने से 7 - 8 वर्ष वाले शिक्षकों को 5736 से 8376 रुपये तक मासिक वेतन का नुकसान हो रहा है। यह पूरी सेवा अवधि में लाखों का है। इससे पूर्व 2013 में शिक्षक समतुल्य पुनरीक्षित वेतनमान के समय 2 वर्ष में एक वार्षिक वेतनवृद्धि का वेटेज देकर वेतन का निर्धारण किया गया था, हालांकि वह भी विसंगतिपूर्ण था किंतु अतिरिक्त सेवा के लिए वेटेज प्रदान किया गया था, जिसके बाद 2018 में नियम 8 वर्ष में संविलियन किये जाने पर शिक्षक जिस वेतनमान में थे, वहां से ही उन्हें 7वें वेतनमान में वेतन का निर्धारण किया गया है।
संघ के प्रदेश संयुक्त मंत्री पूरन लाल साहू, जिला संयोजक आरिफ मेमन ने कहा कि छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन 2 वर्ष से अधिक की सेवा पर वेटेज देने की मांग को पुरजोर ढंग से उठा रहा है, ज्यादा वेतन के स्टेज वाले शिक्षकों को वेटेज देकर ही वेतनमान का निर्धारण किया जाना चाहिए, एसोसिएशन द्वारा पूर्व से ही यह मांग जारी है।
टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने डीपीआई जितेंद्र शुक्ला को पत्र देकर इस विषय में चर्चा की है, उन्होंने कहा है कि यह मामला शासनान्तर्गत है। एसोसिएशन द्वारा शासन स्तर से शीघ्र आदेश जारी करने मांग की है ताकि पूरे प्रदेश में एकरूपता के साथ वेतन निर्धारण किया जा सके।