महासमुन्द

बिरकोनी चंडी मंदिर में 65-खल्लारी मंदिर में 20 जोड़े विवाह बंधन में बंधे
07-Mar-2021 4:07 PM
बिरकोनी चंडी मंदिर में 65-खल्लारी मंदिर में 20 जोड़े विवाह बंधन में बंधे

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 मार्च।
महासमुन्द विकासखण्ड के ग्राम बिरकोनी स्थित चण्डी मंदिर प्रांगण में 75 और बागबाहरा विकासखण्ड के ग्राम खल्लारी के मंदिर कैम्पस में 20 जोड़े विवाह बंधन में बंधे। 

इस अवसर पर बिरकोनी में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संसदीय सचिव एवं विधायक विनोद चन्द्राकर ने नव विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया साथ ही सुखी दाम्पत्य जीवन की शुभकामनाएं भी दी। उन्होंने कहा कि विवाह जीवन एक पवित्र बंधन है। पति-पत्नी का संबंध दुनिया का सबसे विश्वसनीय संबंध होता है। सुख.दु:ख में एक.दूसरे का कंधे से कंधा मिलाकर साथ निभातें हैं। चाहे यह सामाजिक दायित्व का मामला हो या पारिवारिक मसला। वो हर परिस्थिति में खरे उतरते हैं। वहीं संसदीय सचिव एवं विधायक खल्लारी द्वारिकाधीश यादव ने ग्राम खल्लारी में आयोजित मुख्यमंत्री कन्या विवाह में वर.वधु को अपने गृहस्थ जीवन में प्रवेश करने के लिए अपने शुभकामनाएं दी और उनकी उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत शनिवार को बिरकोनी के चंडी मंदिर परिसर में 65 जोड़े वैवाहिक बंधन में बंधे। कोविड 19 के दौर में हुए इस सामूहिक आयोजन में कोरोना को लेकर बड़ी अनदेखी दिखी। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में कोविड-19 को लेकर कोई खास इंतजाम नहीं किया गया था। 

इस दौरान विवाह करने आए आधे जोड़ों ने तो मास्क का उपयोग किया था, लेकिन उनके साथ आए परिजन बिना मास्क और बिना किसी सोशल डिस्टेंसिंग के समारोह में शामिल हुए। यहां गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे परिवार की कन्या का विवाह मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत किया गया। बता दें कि बिरकोनी में विभाग 75 जोड़ों का विवाह कराने की तैयारी में था लेकिन किसी कारण से 10 जोड़े विवाह स्थल नहीं पहुंच पाए।

अधिकारिक जानकारी के मुताबिक विभाग ने बिरकोनी में विवाह के लिए 75 लोगों से फार्म भरवाए थे लेकिन उनमें से 10 लोग विवाह समारोह में किसी कारण से शामिल ही नहीं हुए। सामूहिक विवाह में 64 जोड़ों का विवाह गायत्री परिवार द्वारा वैदिक रीति से हुआ और समारोह में सिर्फ 1 जोड़े का विवाह ईसाई रीति से हुआ। इस दौरान पसौद के रूपेश निषाद व पीढ़ी ग्राम की अंजू निषाद ने ईसाई रीति से विवाह किया। विवाह समारोह में जोड़ों के साथ उनके परिजन भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। 

ये सभी जोड़े महासमुन्द ब्लॉक के ही थे।
विभाग के तहत लगने वाले योजनाओं के बैनर पोस्टर तो विभाग ने लगाया था लेकिन कोविड.19 के दिशा.निर्देश व जागरूकता से सम्बंधी एक भी पोस्टर बैनर नहीं लगाए गए थे। जिला अधिकारी मनोज सिन्हा ने कहा कि हमने सभी व्यवस्थाएं की थी लेकिन इस मानना लोगों को स्वयं से चाहिए। एक जोड़े को 19 हजार रुपए के सामान विभाग द्वारा दिया गया। इसमें आलमारी, पंखा, गद्दा, बर्तन, प्रेस व अन्य चीजें शामिल हैं। विवाह के बाद कई परिजनों ने इसकी क्वालिटी को लेकर सवाल भी उठाए। अंजू निषाद व रूपेश निषाद के परिजन पीढ़ी के धनेश्वर कहते हैं कि 19 हजार रुपए का सामान बताया गया है, लेकिन यह उसके भी आधे कीमत की लगती है। 
 

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news