महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 8 अप्रैल। वन विकास निगम के रवान क्षेत्र में आग से हुई तबाही की जांच विभाग के अधिकारियों द्वारा की जा रही है। ग्रामीण सूत्रों के अनुसार जांच में मात्र बल्ली साइज की ही जलने की बात कबूल की जा रही है, जबकि अभी भी मौके पर पड़े सागौन के ल_े अब वहां से हटाए जा रहे है। वहीं रेंजर से मुलाकात नहीं होने के कारण यहां पदस्थ डिप्टी रेंजर ने बताया कि समाचार प्रकाशन के बाद निगम के एमडी साहब आये थे और जांच के लिए कमेटी गठित किये हंै।
बार अभ्यारण्य से लगे वन विकास निगम के रवान परिक्षेत्र में आग से कटी जलाऊ एवं सागौन के ल_ों के जलने की खबर ‘छत्तीसगढ़’ में प्रकाशन के बाद निगम के एमडी ने घटना स्थल का दौरा किया औऱ इसकी जांच हेतु एक कमेटी बनाई है जो कि जांच कर अपनी रिपोर्ट देगी।
इधर ग्रामीण सूत्रों का कहना है कि निगम क्षेत्र प्रतिवर्ष नीलाभ हेतु शासकीय तौर पर परिपक्व सागौन पेड़ों को कटवा कर ल_े काष्ठागार पहुंचाया जाता है और जलाऊ के चट्टे बना दिये जाते हंै और इन्हें ही नीलाम के दौरान बोली लगा कर बेचा जाता है।
जंगल में काम करने वाले मजदूरों ने बताया कि अभी पेड़ काट कर जलाऊ और ल_े अलग किये जा रहे थे कि अग्नि दुर्घटना हो गयी। चूंकि आग लगातार तीन दिनों तक रौद्र रूप में थी, लिहाजा इस आग ने लाखों की जलाऊ एवं सागौन को राख में तब्दील कर दिया।
डीएम स्वयं आये थे-डिप्टी रेंजर
वन निगम परिक्षेत्र के डिप्टी रेंजर ईश्वर सिंह ठाकुर ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि जंगल में आग की खबर अधिकारियों को दी गयी थी, परन्तु पेपर में छपने के बाद ही डीएम क्षेत्र के दौरे पर आए थे। अभी आग पूरी तरह बुझ चुकी है। डीएम द्वारा जांच हेतु एक कमेटी बनाई है, जो अग्निकांड की जांच कर अपनी रिपोर्ट देंगे।
वहीं उक्त मामले में वन विकास निगम के डीएम आर सी पांडेय से मोबाइल पर सम्पर्क का प्रयास किया गया परन्तु उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया, जिससे उनका पक्ष नहीं लिया जा सका।