महासमुन्द

नीयत तस्करी की थी तो मूंछ और दांत क्यों नहीं निकाले गए?
18-Apr-2021 6:42 PM
नीयत तस्करी की थी तो मूंछ और  दांत क्यों नहीं निकाले गए?

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 18 अप्रैल। क
ल बागबाहरा वन परिक्षेत्र के आमाकोनी सर्किल में ग्राम बोडराबांधा जंगल में मृत मिले दो नर तेंदुआ में से एक तेंदुए का चारों पंजा गायब है जबकि दूसरे का शव सही सलामत है। वन विभाग ने शिकार और तस्करी की आशंका पर आगे की जांच कर शुरू कर दी है। लेकिन विभाग को घटना में एक बात बहुत परेशान कर रही है कि मामला यदि शिकार का था तो दूसरे तेंदुए का पंजा क्यों नहीं काटा गया? और यदि शिकारी की नीयत तस्करी थी तो दोनों तेंदुए के मूंछ और दांत क्यों नहीं निकाले गए? क्योंकि इनकी भी डिमांड अंतरराष्ट्रीय बाजार में काफी है। इन्हीं बातों को लेकर वन विभाग की टीम आगे की जांच में जुट गई है। प्रारंभिक जांच के बाद आसपास के गांवों से चार संदेहियों को हिरासत में भी लिया गया है और उनके पूछताछ की जा रही है। विभाग के अफसरों की मानें तो मामले में जल्द खुलासा हो सकता है। 

ज्ञात हो कि कल शनिवार को वन विभाग को ग्रामीणों से सूचना मिली कि आमाकोनी सर्किल के बोडराबांधा जंगल के पास दो तेंदुए मृत अवस्था में पड़े हैं। सूचना पर वन विभाग की टीम तत्काल मौके के लिए रवाना हुई। महासमुंद जिले में वन्य प्राणियों के शिकार पर यदि नजर डालें तो पिछले साल 12 वन्य प्राणियों के शिकार का मामला सामने आया था। इसमें दो तेंदुए और हाथी, भालू, चीतल, सांभर, हिरण, जंगली सुअर व गौर शामिल हैं। वहीं पिछले पांच साल के आंकड़ों पर गौर करें तो 20 वन्यप्राणियों को शिकारियों ने मौत के घाट उतार दिया है।

वनमंडलाधिकारी पंकज राजपूत इस मामले में कहते हैं कि बागबाहरा के साथ ही उससे लगे गरियाबंद जिले के छुरा ब्लॉक के जंगलों में तेंदुए की चहलकदमी रहती है। यह क्षेत्र घना जंगल है और इनका झुंड भी है। भोजन की तलाश में ये घूमते हुए इस क्षेत्र में क्षेत्र में आते रहते हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि एक तेंदुए की उम्र 3 और दूसरा पांच साल का है। जिस तेंदुए की उम्र पांच साल है, उसके चारों पंजे गायब हैं और तीन साल वाले तेंदुए का शव सही है।

कल घटना स्थल पर ही दोनों तेंदुए का पीएम किया गया। डॉ जेके जडिया और उनके साथ दो अन्य चिकित्सकों ने दोनों तेंदुए का पीएम किया। साथ ही तेंदुए के शरीर के कुछ अंश जांच के लिए जबलपुर स्थित फॉरेंसिक लैब भेज दिया गया है। दोनों तेंदुए का पीएम होने के बाद अधिकारियों की मौजूदगी में जंगल में ही अंतिम संस्कार किया गया।
 

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