जशपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पत्थलगांव/कांसाबेल, 11 मई। कांसाबेल के चार युवकों ने मानवता की मिसाल पेश की। अंतरजातीय विवाह करने के बाद सामाजिक बहिष्कृत ग्रामीण की मौत के बाद जब समाज के लोगों ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया, तब कांसाबेल के चार युवकों ने उनका अंतिम संस्कार किया।
मामला कांसाबेल तहसील मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर ग्राम बटाईकेला का है। जहां अमरुद राम उम्र 65 वर्ष की सामान्य मृत्यु रविवार की दोपहर को हो गई थीं, जिसका करोना टेस्ट नहीं हो पाने के कारण घर वाले भी उसे हाथ लगाने से डर रहे थे। अंतरजातीय विवाह करने के कारण सामाजिक रूप से बहिष्कृत किया गया था जिस कारण समाज के लोगों ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया और इस तरह शव को 10 मई की दोपहर तक भी अंतिम संस्कार नसीब नहीं हुआ। ऐसे में ग्राम के ही चार युवक आशीष कुंज, विजय प्रजापति ,विवेक पटेल और रवि पांडे ने इंसानियत दिखाते हुए आगे आय और शव का अंतिम संस्कार का जिम्मा लिया और कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए पीपीई किट पहनकर शव का अंतिम संस्कार किया।
युवकों से बात करने पर उन्होंने कहा कि जाति धर्म यह सब लोगों के बनाए हुए हैं। हम सब को बनाने वाला एक है और हमारा धर्म भी एक ही है इंसानियत।
साथ ही युवकों ने सरपंच बटाईकेला एवं तहसीलदार कांसाबेल को पीपीई किट एवं अन्य कर्म सामग्री उपलब्ध कराने हेतु आभार व्यक्त किया।