कोण्डागांव
कोण्डागांव, 15 मई। कोण्डागांव जिले मे कोरोना संक्रमण के मद्देनजर लॉकडाउन की घोषणा की गई थी, किंतु किसी को अंदाज नहीं था कि लॉकडाउन को बढ़ाना पड़ेगा। प्रशासन के इस फैसले पर व्यापारियों ने भी तन्मयता से अपना योगदान देते प्रतिष्ठान बंद रखे। लगातार दुकानें बंद रखने से आर्थिक संकट गहराने लगा है।
सोलह मई से खुलने वाले लॉकडाउन में जिला प्रशासन द्वारा नीति नियम बनाकर एक निश्चित समयावधि मे कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हाट बाजारों और दुकानों को खोलने की अनुमति देने के साथ ही अन्य अहम मसलों को लेकर जिला कलेक्टर से मिलने गए भाजपा प्रतिनिधि मंडल से प्रदेश उपाध्यक्ष लता उसेंडी, प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप, जिलाध्यक्ष दीपेश अरोरा और प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मनोज जैन ने कोरोना नियंत्रण संबंधी कई अहम सुझाव प्रशासन को दिए। इन सुझावों मे होम आइसोलेशन की जगह कोविड केयर सेंटर मे मरीजों को रखने, गांव गांव तक दवाइयों की सुगमता बनाए रखने के अलावा महामारी के विरुद्ध टीकाकरण को बढ़ावा देते हुए जागरूकता फैलाने के लिए दीवारों पर लेखन और सोशल मीडिया का उपयोग करने पर जोर दिया गया ।
केदार कश्यप ने कहा कि प्राय: यह देखा जा रहा है कि कई लोगों में टीकाकरण को लेकर भ्रांतिया अब भी मौजूद है। इसके अलावा जिन्होंने प्रथम डोज लगवा ली है, वे समय पर द्वितीय डोज भी लगवाए, यह आवश्यक है। उसेंडी ने बताया, कि कर्नाटक में कोण्डागांव के 50 से अधिक मजदूर मौजूद हैं, जिनकी गांव वालों के माध्यम से सूची सौंपी गई थी, जिस पर कलेक्टर द्वारा उनकी सकुशल वापसी हेतु आश्वस्त किया गया है।
जिलाध्यक्ष दीपेश अरोरा ने कहा कि बाहरी राज्यों से आने वाले प्रवासियों की जांच रिपोर्ट आने से पहले ही गांवों में पहुंचने से संक्रमण के फैलने का खतरा बढ़ता है। इस पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है।
प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों से सार्थक चर्चा उपरांत कलेक्टर ने बताया, कि तीसरी लहर की बुनियादी तैयारियों मे प्रत्येक पंचायत में 10 बेड और प्रत्येक पांच पंचायतों के मध्य 100 बेड के कोविड केयर सेंटर की स्थापना की जानी है। इसके अलावा विगत दिनों पूर्व मंत्री लता उसेंडी द्वारा गोठानों मे कार्यरत श्रमिकों के वेतनमान को लेकर उठाए गए सवालों पर नगर पालिका क्षेत्रांतर्गत शीघ्र समस्या का निराकरण किए जाने कलेक्टर द्वारा आश्वासन दिया गया। इस दौरान गोपाल दिक्षित, ओम प्रकाश टावरी, जितेंद्र सुराना, संतोष पात्र, महेंद्र पारेख, प्रतोष त्रिपाठी मौजूद रहे।