महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 10 जून। जिले में ग्राम पंचायत, नगर पालिका व नगर पंचायतों द्वारा जारी मृत्यु प्रमाण-पत्र में कोरोना से मौत होने का जिक्र नहीं है। दफ्तरों से जारी किए जा रहे मृत्यु प्रमाण-पत्र साधारण हैं, जो सामान्य मौतों पर जारी किए जाते हैं। इससे भविष्य में मृतक के परिजनों को मुआवजा लेने या किसी योजनाओं का लाभ लेने में परेशानी झेलनी पड़ सकती है। हालांकि अस्पताल के डिस्चार्ज प्रमाण-पत्र में कोरोना का जिक्र है। ऐसे में परिजनों को मृत्यु प्रमाण-पत्र के साथ उन्हें डिस्चार्ज प्रमाण.पत्र भी संभालकर रखना होगाए नहीं तो उन्हें किसी प्रकार का लाभ नहीं मिल पाएगा।
कोरोना से मौत के आंकड़े स्वास्थ्य विभाग के पास हैं, लेकिन निजी अस्पताल व घरों में हुई मौत की जानकारी पालिका, पंचायत व नगर पंचायत के पास नहीं है। कर्मचारी जारी आवेदन के साथ ही साधारण मृत्यु प्रमाण-पत्र बनाकर दे रहे हैं। जानकारी के अनुसार मई महीने में 161 मौतें हुई हैं, जिसके मृत्यु प्रमाणपत्र के लिए पालिका के पास आवेदन आए हैं। इसमें 111 पुरुष व 50 महिला शामिल हैं। लेकिन इनमें से कितनी मौतें कोविड से हुई हैं, यह जानकारी पालिका के पास नहीं है। इसी प्रकार पालिका क्षेत्र में 2020 में 267 मृत्यु प्रमाण.पत्र जारी किया गया है। लेकिन इसमें भी कोविड से कितनी मौतें हुई हैं, इसकी जानकारी विभाग के पास नहीं है। इस वर्ष जनवरी से मई के आकड़ों पर नजर डालें तों 297 मृत्यु प्रमाण.पत्र जारी किए गए हैं।
इस संबंध में पालिका के मत्यु प्रमाण-पत्र प्रभारी विजय साहू ने बताया कि कोविड से मृत्यु होने वालों के लिए नया फारमेंट नहीं आया है। सामान्य दिनों में जारी प्रमाण-पत्र फारमेंट में ही बनाकर दिया जा रहा है। पालिका में निजी अस्पताल व घरों में हुई मौत का प्रमाण-पत्र 21 दिन के अंदर जारी करते हैं।