सूरजपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिश्रामपुर, 22 जुलाई। भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा का नौ दिवसीय आयोजन धूमधाम से संपन्न किया गया, जिसके बाद भगवान जगन्नाथ अपनी बहन सुभद्रा एवं भाई बलभद्र के साथ वापस अपने मंदिर प्रांगण में विराजमान हुए।
उल्लेखनीय है कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी उत्कल समाज विश्रामपुर के द्वारा रथ यात्रा पूजन कार्यक्रम विधि विधान से गत 12 जुलाई को प्रारंभ किया गया था, जिसमें वैश्विक कोरोनावायरस आपदा के कारण समाज द्वारा रथयात्रा शहर में ना निकालकर अपने मंदिर प्रांगण में ही प्रभु जगन्नाथ सुभद्रा एवं बलभद्र को रथ पर बैठा कर पारंपरिक विधि विधान एवं अनुष्ठान के तहत 9 दिवस तक पूजन कार्यक्रम संपन्न किया गया।
वहीं बाहुड़ा यात्रा के तहत प्रभु जगन्नाथ बलभद्र एवं सुभद्रा जी अपनी मौसी के घर से निकल कर वापस अपने मंदिर में विराजमान हुए। नौ दिवसीय रथ यात्रा कार्यक्रम का विधि विधान से अनुष्ठान चिरमिरी से आए मुख्य पुजारी कैलाश गोसाई एवं उनके सहयोगी कुन्ना गोसाई के द्वारा मुख्य यजमान शितीकांत सवाई सप्तनिक के माध्यम से संपन्न करवाया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से समाज के दीप्ति स्वाइं, सीती कांत स्वाई, नित्यानंद स्वाइं, भगत चरण पात्रो,अशोक स्वाइं कानन, प्रफुल्ल नायक, भगवानदास, विद्या, अक्षय साहू, सेनापति प्रधान,विशाल स्वाइं सूरज सेठी, प्रभाकर स्वाइं, कानन स्वाई, निराकार ,अलंकार, ट्रिनाथ देहूरि, विनायक, कारटिक आदि काफी संख्या में समाज के युवा वर्ग शामिल रहे।
नए मंदिर भवन का उद्घाटन
मुख्य अतिथियों के द्वारा फीता काटकर नए मंदिर भवन का उद्घाटन किया गया।
उत्कल समाज विश्रामपुर के द्वारा अपने प्रांगण में नवीन मंदिर का निर्माण करवाया गया था, जिसका शुभारंभ रथ यात्रा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व जिला अध्यक्ष सूरजपुर जिला कांग्रेस कमेटी बिंदेश्वर शरण सिंह देव एवं एसईसीएल बिश्रामपुर क्षेत्र के मुख्य महाप्रबंधक बीएन झा के द्वारा फीता काटकर नए मंदिर भवन का शुभारंभ किया गया।
इस दौरान मुख्य अतिथि की आसंदी से बिंदेश्वर शरण सिंह देव ने कहा कि मंदिरों की कड़ी में बिश्रामपुर क्षेत्र में एक और मंदिर जुड़ गया, इससे ऐसा प्रतीत होता है जैसे आने वाले समय में बिश्रामपुर क्षेत्र मंदिरों का शहर कहलाएगा जिसके लिए उत्कल समाज को बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं।
मुख्य महाप्रबंधक बीएन झा ने कहा कि भगवान जगन्नाथ बलभद्र एवं सुभद्रा जी कुरना काल से लोगों को जल्द मुक्ति दिलाए ऐसी हम सब की कामना है एवं क्षेत्र को खुशहाली प्रदान करें।
वरिष्ठ पत्रकार गोपाल सिंह विद्रोही ने कहा कि ब्रह्मांड धीश का यह मंदिर उड़ीसा के जगन्नाथ पुरी का स्मरण कराता रहेगा। उत्कल समाज में विश्रामपुर वासियों को एक पवित्र एवं धार्मिक उपहार दी है, जिसके लिए साधुवाद के पात्र हैं।
जिसके बाद आज जमुना कालरी क्षेत्र से आए मुख्य पुजारी सुशांत त्रिपाठी के द्वारा वैदिक मंत्र उच्चारण एवं पारंपरिक अनुष्ठान के तहत मुख्य यजमान श्रीकांत स्वाइं( बिद्दी) सप्तनिक एवं प्रदीप त्रिपाठी के माध्यम से तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम भी सफलतापूर्वक संपन्न करवाया गया। जिसके बाद आज बाहुड़ा रथ यात्रा कार्यक्रम पश्चात नवीन मंदिर भवन में नवीन मूर्तियों की स्थापना प्राण प्रतिष्ठा के तहत की गई।