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लैपटॉप नगदी रकम और हथियार बरामद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 30 अप्रैल। बिहार, तमिलनाडु महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश की 3 महिलाओं सहित सात आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों ने शुक्रवार को कार से उठाईगिरी की दो वारदातों को अंजाम दिया था।
ज्ञात हो कि दयालबंद निवासी भाजपा नेता ऋषि केसरी की कार का शीशा तोड़कर 29 अप्रैल की शाम 1.25 लाख रुपए से भरा बैग तब पार कर दिया गया था, जब वे शिव टॉकीज चौक स्थित जगन्नाथ मंगलम मैरिज पैलेस में एक समारोह में शामिल होने भीतर गए थे। शुक्रवार को ही आसमा कॉलोनी के धीरज कुमार झा ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनकी कार की बोनट को ठोककर तीन अज्ञात लोगों ने तब रुकवाया, जब वे इंदु चौक से मंदिर चौक की ओर जा रहे थे। इन अज्ञात व्यक्तियों ने कहा कि आपकी कार से आयल गिर रहा है। उन्होंने नीचे उतर कर कार की बोनट को खोलकर देखा। वापस जब कार में बैठने लगे तो देखा कि तीनों अज्ञात व्यक्ति गायब थे और ड्राइवर सीट की बगल में रखा उनका बैग गायब था। बैग में लैपटॉप और कई जरूरी दस्तावेज थे।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप ने बताया कि एक ही दिन में एक ही तरीके से हुई उठाईगिरी की वारदातों से पुलिस चौकन्नी हो गई और आरोपियों की खोजबीन शुरू की गई। इस बीच आज सूचना मिली कि महाराणा प्रताप चौक के पास कुछ संदिग्ध व्यक्ति खड़ी गाड़ियों के आसपास घूम रहे हैं। पुलिस टीम पहुंची तो वे तीनों अलग-अलग दिशा में भागने लगे, जिन्हें दौड़ाकर पकड़ लिया गया। पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि वे तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र तथा बिहार के रहने वाले हैं। अलग-अलग राज्यों में वे समूह बनाकर उठाईगिरी की वारदातों को अंजाम देने के लिए निकलते हैं। उनके गिरोह में 3 महिलाएं भी हैं। पुलिस ने उठाईगिरी की 1.25 लाख रकम में से 32000 बरामद किए हैं। उसके अलावा लैपटॉप भी जब्त कर लिया गया है।
गिरफ्तार आरोपियों में अनु राम समीर वैशाली नगर बिहार, मुकेश नायक थाना मुखड़म तमिलनाडु, राज मराठी वर्धा महाराष्ट्र, दीपक नाडे रिंग रोड झुग्गी झोपड़ी नागपुर तथा सितूर विजयवाड़ा आंध्रप्रदेश की लक्ष्मी मेनपाडे, गौरी गायकवाड और राधा गायकवाड शामिल हैं।
करगीरोड (कोटा), 30 अप्रैल। कोटा थाना क्षेत्र में पुलिस ने भीख मांग कर चोरी करने वाली 3 महिलाओं को 2 बच्चों समेत गिरफ्तार किया। आरोपियों से चोरी का सामान भी जब्त किया गया।
पुलिस के अनुसार 28 अप्रैल की प्रात: मोबाइल से कोटा थाना प्रभारी दिनेश चंद्रा को सूचना मिली कि 3 महिलाएं, 2 बच्चों के साथ भीख मांग कर चोरी कर रही हैं। सूचना पर तत्काल नाका चौक कोटा के पास घेराबंदी कर एवं पुलिस टीम को मोटरसाइकिल से गली मोहल्ले में लगाकर घेराबंदी की गई।
नाका चौक कोटा में तीनों महिलाएं एवं दो बच्चे भागने की फिराक में ऑटो, बस के इंतजार में खड़े थे। मौके पर कोटा पुलिस ने 3 महिलाओं सूकति सुबल, सपना देवी, सुधा देवी तीनों निवासी रेलवे स्टेशन के पास बिलासपुर से कड़ाई से पूछताछ की गई।
तीनों आरोपी महिला ने चोरी करना स्वीकार करते 2 चांदी की चूड़ी, 1 सोने की फुल्ली, एक मोबाइल, नगदी रकम 1200 जुमला कीमती 22,600 रुपए को पुलिस को सौंपा। पुलिस चोरी का सामान जब्त करते हुए तीनों आरोपी महिलाओं को गिरफ्तार कर एवं दो बच्चे को अभिरक्षा में लेकर कार्रवाई की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 29 अप्रैल। भाजपा नेता ऋषि केसरी की कार से दिनदहाड़े उठाई गिरी हो गई। शीशा तोड़कर उनकी कार से बैग चुरा लिया गया, जिसमें 1लाख 25 हजार रुपए थे।
घटना तारबाहर थाना इलाके की है। दयालबंद निवासी भाजपा से जुड़े ऋषि केसरी आज शाम 5:30 बजे एक शादी में शामिल होने के लिए शिव टॉकीज के पास जगन्नाथ मंगलम गए। इसके पहले वे बैंक गए थे, जहां से उन्होंने अपने ईट भट्टे के मजदूरों को देने के लिए 1.25 लाख रुपए निकाल कर बैग में रखा था। बैग को कार में छोड़कर शादी समारोह के लिए भीतर गए। करीब आधे घंटे बाद जब वे लौटे तो उन्होंने पाया कि कार का शीशा टूटा हुआ है और भीतर रखा हुआ बैग गायब है। दिनदहाड़े हुई उठाईगिरी की घटना से हड़कंप मच गया। पुलिस को खबर की गई। पुलिस ने नाकेबंदी कर आरोपियों की तलाशी शुरू की लेकिन कोई अभी तक कोई हाथ नहीं आया है। पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि शादी भवन के सामने कोई भी गार्ड तैनात नहीं था और ना ही सीसीटीवी कैमरे वहां पर लगे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 28 अप्रैल। बेमेतरा से मुंगेली तक निकली डोला यात्रा के समापन में दिल्ली विधानसभा उपाध्यक्ष व आम आदमी पार्टी की विधायक राखी बिड़लान ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा ने जाति के नाम पर हमें बांटकर हमारा इस्तेमाल किया। अब से हमें अपने बच्चों की शिक्षा और समानता के लिए काम करना होगा।
गुरु घासीदास सेवादार संघ की ओर से रखी गई 15वीं डोला यात्रा में मुख्य अतिथि राकी बिड़लान थीं। आगर मैदान में सभा की शुरूआत में डोला का स्वागत किया गया। अपने उद्बोधन में बिड़लान ने कहा कि हम बाबा साहब की संतान हैं ऐसे में उनके मिन के तहत हमें संगठित और शिक्षित होकर आगे बढ़ना होगा। दलित और तमाम पिछड़े समुदाय को सालों तक मूर्ख बनाया गया। संविधान को ताक में रखकर हमें जाति-उपजाति में बांटा गया और वोट के लिए इस्तेमाल किया गया। अब इससे बचना होगा। हमें किसी दल के लिए नहीं, खुद के लिए अच्छी शिक्षा व समानता के लिए काम करना होगा।
गुरुघासीदास सेवादार संघ के संयोजनक लखन सुबोध कुर्रे ने संगठन की जानकारी दी। डोला यात्रा के बारे में उन्होंने बताया कि एक खास समुदाय पर सामंती सोच के लोग हावी रहे और दलित वर्ग को डोली पर बैठने से रोका जाता था। सतनाम आंदोलन के नेता भुजबल महंत ने तब डोला यात्रा शुरू कराई और शोषित समुदाय की महिला को सम्मान से जीने का अवसर दिया।
आदिवासी नेता कोमल हुपेंडी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में हम सबको एकजुट होने की जरूरत है यहां दमन चरम पर है। बृजेंद्र तिवारी, श्यामलाल साहू, घनश्याम साहू, दुर्गा झा सहित अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन गुरु घासीदास सेवादार संघ की विधिक सलाहकार प्रियंका शुक्ला और मोहर दास आर्य ने किया।
कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन दिनेश अनंत, अजय अनन्त व तामेश्वर ने दिया। कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता गोपाल साहू, जसबीर सिंह, अंजोर दास, विशाल केलकर, अभिषेक मिश्रा, लीलावती लहरे, आशना जायसवाल, नरेंद्र भारती, गुलशन, नेतराम खांडे, हृतिका प्रसाद, रूपदास टन्डन, वीरेंद्र भारद्वाज, अजय अनंत, सूरज अनंत, सूरज उपाध्याय, संतोष बंजारे, भागवत साहू, निकिता ठाकुर, शंकर कश्यप, इरफान सिद्दीकी, अनिल बच्चन, खगेश केवट, श्याम लाल साहू, घनश्याम साहू आदि उपस्थित रहे।
करगीरोड (कोटा), 28 अप्रैल। कोटा नगर के अधिवक्ता हरीश लाल छत्तीसगढ़ कांग्रेस विधि विभाग के संयुक्त सचिव बनाए गए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के निर्देशानुसार और प्रभारी महामंत्री संगठन चंद्रशेखर शुक्ला के अनुमोदन से कांग्रेस विधि विभाग की प्रदेश कार्यकारिणी घोषित की गई है, जिसमें कोटा नगर के सीनियर अधिवक्ता हरीश लाल को छत्तीसगढ़ कांग्रेस विधि विभाग का संयुक्त सचिव बनाया गया है, जिससे कोटा ब्लॉक के कांग्रेस जनों में एवं कोटा नगर के लोगों में काफी हर्ष है ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 27 अप्रैल। मानवाधिकार के मुद्दे पर जन जागरूकता लाने के उद्देश्य से गुरु घासीदास सेवादार संघ की डोला यात्रा में शामिल होने के लिए दिल्ली विधानसभा की उपाध्यक्ष और आम आदमी पार्टी की विधायक राखी बिड़लान कल मुंगेली पहुंच रही हैं।
आम आदमी पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता प्रियंका शुक्ला और गुरु घासीदास सेवादार संघ (जीजीएस) के संयोजक लखन सुबोध ने बताया कि बिड़लान बुधवार को रायपुर पहुंच चुकी हैं और कल सुबह सड़क मार्ग से मुंगेली के लिए रवाना होंगी। वे यहां डोला यात्रा में मुख्य अतिथि के रूप में रैली और सभा को संबोधित करेंगी।
जीजीएस मानवाधिकार के लिए जन जागरूकता फैलाने द्वारा ऐतिहासिक मानव अधिकार जन आंदोलन डोला यात्रा की स्मृति में विशिष्ट कार्यक्रम का आयोजन पिछले 15 वर्षों से कर रहा है। इस बार नवलपुर, बेमेतरा से वाया नवागढ़ मुंगेली तक रोड शो रखा गया है। पुराने समय में सामंतवादी ताकतें महिलाओं को डोली में बैठने से रोका करते थे। आज भी समुदाय विशेष पर घोड़ी चढ़ने पर रोक लगाई जाती है। डोला यात्रा इन्हीं दकियानूसी परंपराओं के खिलाफ गुरु घासीदास सेवादार संघ 28 अप्रैल को भुजबल महंत के याद में निकाली जाएगी। 28 अप्रैल को सुबह 8 बजे रायपुर में सामाजिक मुलाकात के बाद राखी बिड़लान सुबह 10.30 बजे रवाना होकर नवागढ़ में डोला यात्रा में शामिल होंगी। दोपहर दो बजे वे मुंगेली पहुंचेगी और शाम 4 से 7 बजे तक डोला यात्रा और आम सभा में शामिल होंगी। रात्रि 8 बजे वे मुंगेली के सर्किट हाऊस में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं और आम लोगों से मुलाकात करेंगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 27 अप्रैल। डामर की सप्लाई के लिए 45 करोड़ रुपिया का ऑर्डर लेकर 6 करोड़ रूपीस दवा देने के मामले में मुंबई की एक फर्म के डायरेक्टर को कोतवाली पुलिस गिरफ्तार करके लाई है।
बिलासपुर के करबला रोड में एस के इंडस्ट्रीज नाम की कंपनी देश के विभिन्न हिस्सों में डामर सप्लाई का काम करती है। उसने मुंबई के जेजे इंडस्ट्रीज के डायरेक्टर दर्शन मेहता और भास्कर मेहता को 9 करोड़ 57 लाख 68 हजार 800 रुपये का डामर भेजने का ऑर्डर दिया।डामर की सप्लाई 1 फरवरी से 7 अप्रैल 2022 तक करनी थी। जेजे इंडस्ट्रीज ने एडवांस में रकम मांगी। बिलासपुर की कंपनी एस के इंडस्ट्रीज ने रकम किस्तों में उनके खाते में जमा करा दिए। भुगतान के बाद जेजे इंडस्ट्रीज ने 3 करोड़ 36 लाख 83 हजार 320 रुपए का डामर भेजा। इसके बाद शेष डामर की सप्लाई रोक दी। डामर नहीं मिलने पर जब मुंबई की जेजे इंडस्ट्रीज के डायरेक्टर दर्शन मेहता और भास्कर मेहता से उन्होंने फोन पर संपर्क किया तो वे दोनों टालमटोल करने लगे। जब लगातार फोन पर संपर्क किया गया तो उन्होंने अपना मोबाइल नंबर ही बंद कर दिया।
इससे घबराये इंडस्ट्रीज के सेल्स मैनेजर वृहतसाम पांडे ने कोतवाली थाने में ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इनमें से एक आरोपी दर्शन मेहता को कोतवाली पुलिस की टीम ने मुंबई के विरार में 4 दिन तक डेरा डालकर गिरफ्तार कर लिया। उसे बिलासपुर लाकर कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। पुलिस दूसरे आरोपी भास्कर मेहता की तलाश कर रही है।
दो मामलों में 6 गिरफ्तार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 27 अप्रैल। बिजली टावर से लोहे के एंगल और कीमती सामान चुराकर बेचने के मामले में पुलिस ने कंपनी के ही एक मैनेजर और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया है। उनके एक फरार साथी की तलाश की जा रही है। इधर चकरभाटा पुलिस ने भी 500 किलो लोहे के एंगल के साथ दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
बीते कुछ दिनों से 11 केवी के बिजली टावर से लोहे के एंगल और एल्यूमीनियम तार की चोरी की शिकायत पुलिस को मिल रही थी। एसएसपी पारुल माथुर ने एडिशनल एसपी उमेश कश्यप और अन्य अधिकारियों को आरोपियों की धरपकड़ का निर्देश दिया था।
इसके बाद सिविल लाइन पुलिस ने मंगला चौक के पास सोनू कबाड़ी के गोदाम में दबिश दी। वहां अवैध रूप से डंप किए गए कबाड़ को जब्त कर लिया गया। इसी बीच टीम को सूचना मिली कि कबाड़ी के गोदाम में एक पिक अप वाहन में भरकर बिजली का सामान बिक्री करने के लिए लाया जा रहा है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पिकअप से कॉपर वायर, लोहे के एंगल, एल्यूमीनियम तार और बिजली उपकरण के साथ ड्राइवर कोटा के मनोहर सिंह सलाम और उसके एक साथी को हिरासत में ले लिया।
कड़ी पूछताछ के बाद आरोपी उसने बताया कि सीएसपीडीसीएल में वह मैनेजर के पद पर कार्यरत है। वह कंपनी द्वारा लगाए गए टावर से एंगल काटकर और तारों की चोरी कर कबाड़ में बेचने के लिए लाया था। पुलिस ने उससे पूछताछ के बाद दीपराज बघेल कार्तिक बघेल और इंद्र देव पोर्ते को भी गिरफ्तार किया, जो अपराध में मनोहर लाल का साथ देते थे। एक अन्य फरार आरोपी साजिद खान की तलाश की जा रही है। सभी के विरुद्ध 4114 के तहत कार्रवाई की गई है। चोरी में इस्तेमाल किए गए बोलेरो वाहन सहित बिजली के चोरी के सामान जब्त किए गए हैं।
चकरभाटा पुलिस ने भी ग्राम हिर्री से जितेंद्र चौहान और केशव कौशिक को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 500 किलो एंगल जब्त किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 27 अप्रैल। जिले में एक मजदूर मां बेटे ने आर्थिक तंगी के चलते एक ही फंदे पर लटक कर जान दे दी। उनके ऊपर एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी का कर्ज था, जिसकी किस्त नहीं चुका पाने के कारण वह परेशान रहते थे। इसके अलावा बेटा बीमार भी रहता था। पति भी मूक बधिर है।
कोटा थाने के अंतर्गत ग्राम कलारतराई की कृष्णा भाई मानिकपुरी और उसका बेटा अशोक दास मंगलवार की सुबह जब घर के एक कमरे से बाहर नहीं निकले तब कृष्णा के पति ने दरवाजा खटखटाया। दरवाजा नहीं खुलने पर उसने पड़ोस से एक बच्चे को बुलाकर रोशनदान से भीतर देखने के लिए कहा। बच्चे ने देखा मां और बेटे दोनों एक ही फंदे पर लटके हुए हैं। पड़ोसियों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस को इशारों में मृतक महिला के पति ने बताया कि वह बाहर दूसरे कमरे में सोया हुआ था। सुबह एक कमरे का दरवाजा बंद मिला, तब उसे फांसी लगाने की जानकारी मिली।
पुलिस के मुताबिक मां बेटे दोनों मजदूरी करते थे। बेटा अशोक दास कुछ बीमार रहता था। उसने एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी से कर्ज लिया था जिसकी हर हफ्ते किस्त जमा करनी पड़ती थी। आर्थिक तंगी के कारण वह किस्त जमा नहीं कर पा रहे थे इससे परेशान थे।
दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। घटना की विस्तृत जांच की जा रही है।
डीएलएस कॉलेज के संस्थापक को ठीक एक साल पहले कोरोना ने छीना था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 25 अप्रैल। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां डी.एल.एस. स्नाकोत्तर महाविद्यालय परिसर अशोक नगर में कांग्रेस नेता व महाविद्यालय के संस्थापक स्व. बसंत शर्मा की प्रतिमा का अनावरण किया।
शर्मा ने लगभग 25 वर्ष पूर्व निजी क्षेत्र में डीएलएस कॉलेज की स्थापना की थी। कॉलेज में निम्न आय समूह के लगभग 2500 विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं। शर्मा का लगभग 55 वर्ष के उम्र में आज ही के दिन कोविड महामारी से जूझते हुए एक साल पहले निधन हो गया था।
मुख्यमंत्री ने कॉलेज परिसर में स्व. शर्मा की आदमपद प्रतिमा का अनावरण कर उन्हें भावपूर्ण श्रंद्धाजलि अर्पित की। बघेल उनको याद करते हुए अत्यंत भावुक हो गए। उनके साथ बिताए हुए पलों को याद कर उनके आंखों में आंसू आ गए। सीपत रोड से चांटीडीह पहुंच मार्ग का नामकरण स्व. बसंत शर्मा के नाम पर करने की घोषणा कार्यक्रम के दौरान की गई।
कार्यक्रम में राजस्व एवं आपदा प्रबंधन एवं जिले के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल, संसदीय सचिव रश्मि आशीष सिंह, विधायक शैलेष पांडेय, महापौर रामशरण यादव, छत्तीसगढ़ पर्यटन मण्डल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव, कृषक कल्याण परिषद के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा, मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा तथा रायपुर नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे विशेष रूप से मौजूद थे।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि बसंत शर्मा सहज, सरल एवं प्रगतिशील व्यक्तित्व के धनी थे। वे अपने विचारों पर अडिग रहने वाले थे। महाविद्यालय में संकट आने पर भी वह कभी झुके नहीं। उन्होंने कहा कि यह बेहद भावुक क्षण है। कोरोना महामारी ने हम सभी को बहुत नुकसान पहुंचाया है। शर्मा को बिलासपुर के लोगों से बहुत लगाव था। उनकी मृत्यु शर्मा परिवार, महाविद्यालय और पूरे बिलासपुर के लिए अपूरणीय क्षति है। राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि बसंत शर्मा ने समाज और शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है। बिलासपुर क्षेत्र के विकास में योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।
कार्यक्रम में संजय शर्मा ने उनका जीवन परिचय दिया। उन्होंने बताया कि बसंत शर्मा का जन्म 4 मई 1965 को कटघोरा में हुआ। उन्होंने पिता स्व. दशरथ लाल शर्मा के नाम पर वर्ष 1997 में डीएलएस महाविद्यालय की स्थापना की। वे सामाजिक, राजनैतिक एवं शिक्षा के क्षेत्र में सदैव सक्रिय रहे। ऐसे बहुमुखी प्रतिभा के धनी सक्रिय युवा को वर्तमान हालात में कोविड-19 ने 25 अप्रैल 2021 को उन्हें हमसे छीन लिया। मात्र 4 कमरों एवं 200 विद्यार्थियों से प्रारंभ की गई संस्था आज 5 एकड़ में फैला सर्वसुविधा युक्त स्नात्कोत्तर महाविद्यालय का रूप ले चुका है, जहां 2000 विद्यार्थी अध्ययन कर रहे हैं। यहां लगभग 100 अध्यापक एवं कर्मचारी कार्यरत हैं। वे 1994 से 1999 तक 2004 से 2009 तक पार्षद रहे। वे 21 संस्थाओं के अध्यक्ष भी रहे।
कार्यक्रम में उनकी प्रतिमा बनाने वाले मूर्तिकार परवेज आलम को मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया। महाविद्यालय की दो छात्राओं को उन्होंने स्वर्ण पदक प्रदान किया। कार्यक्रम का संचालन कवि मीर अली मीर ने किया। कार्यक्रम में संभागायुक्त डॉ. संजय अलंग, आईजी रतनलाल डांगी, कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पारूल माथुर, विजय केशरवानी, विजय पाण्डेय, अभय नारायण राय, महाविद्यालय के शाषी निकाय की सदस्य निशा बंसत शर्मा, प्राचार्य डॉ. रंजना चतुर्वेदी, शासकीय निकाय के वरिष्ठ उपाध्यक्ष पार्थ शर्मा सहित महाविद्यालयीन परिवार उपस्थित था।
बिलासपुर, 25 अप्रैल। विधायक और जोनल जेडआरयूसीसी मेंबर शैलेश पांडेय ने आज रेल महाप्रबंधक आलोक कुमार से मुलाकात कर 22 ट्रेनों को रद्द करने का फैसला तत्काल वापस लेने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी है की ट्रेनों को यदि चालू नहीं किया गया तो जनता के साथ इस मुद्दे पर उग्र आंदोलन किया जाएगा।
इस माह की शुरुआत में एक दर्जन महत्वपूर्ण ट्रेनों को रद्द करने के बाद अप्रैल-मई महीने में भी रेलवे ने एक साथ 22 एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेनों को रद्द करने की सूचना निकाल दी है। इसे लेकर जनप्रतिनिधियों में रोष बढ़ता ही जा रहा है। कोयला लदान में अग्रणी कोरबा से प्रतिनिधित्व करने वाले राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कल ही डीआरएम आलोक सहाय से मुलाकात कर ट्रेनों को चालू नहीं करने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी थी और आज विधायक शैलेश पांडेय ने भी जोन महाप्रबंधक आलोक कुमार को आगाह कर दिया है।
महाप्रबंधक से मुलाकात कर विधायक ने कहा कि ट्रेनों को रद्द करने से बिलासपुर जोन के यात्री परेशान हैं प्रतिदिन हजारों लोग सफर करते हैं रेलवे सबसे ज्यादा कमाई बिलासपुर जोन सही करता है लेकिन वह एक साथ वाइस ट्रेनों को रद्द कर जनता का अहित करने पर तुली हुई है।
महाप्रबंधक से उन्होंने कहा कि रद्द किए जाने वाली ट्रेनों की जानकारी देने के लिए स्टेशन में हेल्पडेस्क बनाया जाए ताकि लोगों को अनावश्यक परेशानी ना हो।
एक बयान में विधायक ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार डीजल पेट्रोल रसोई गैस के साथ-साथ आम लोगों की सुलभ आवागमन सुविधा भी छीनने का प्रयास कर रही है।
रेल महाप्रबंधक ने बताया रेलवे बोर्ड के आदेशानुसार यात्री ट्रेनों को बंद रखा गया है। इनमें से 20 पहले से ही बंद है और वर्तमान में 22 ट्रेनों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है, जिनमें चार साप्ताहिक ट्रेन भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे प्रशासन प्रयासरत है कि इन ट्रेनों का परिचालन जल्द सुलभ करा दिया जाए।
महाप्रबंधक से मुलाकात के दौरान पार्षद रामा बघेल एल्डरमैन शैलेंद्र जायसवाल और अखिलेश गुप्ता बंटी भी उनके साथ थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 25 अपै्रल। संदिग्ध परिस्थितियों में विवाहिता की मृत्यु की जांच के बाद पुलिस ने पति सास और ससुर के खिलाफ दहेज हत्या का अपराध दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
मस्तूरी थाना के अंतर्गत मल्हार के अंबेश कांत का विवाह ग्राम में ही संजू कांत के साथ 2 जुलाई 2020 को सामाजिक रीति रिवाज से हुआ था। 28 फरवरी 2022 को अंबेश कांत अपनी पत्नी को गंभीर स्थिति में शासकीय अस्पताल मस्तूरी लेकर पहुंचा और डॉक्टर को बताया कि संजू ने दुपट्टे से फांसी लगाकर खुदकुशी का प्रयास किया है।
जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। संजू के मायके वालों को पता चलने पर उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उसकी बेटी ने आत्महत्या नहीं की है, बल्कि उसे ससुराल वालों ने प्रताडि़त कर मार डाला है।वे दहेज में बाइक लाने के लिए उसके साथ मारपीट करते थे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि संजू की मौत गला दबाये जाने से हुई है।
पुलिस ने पति अंबेश को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की। उसने स्वीकार किया कि संजू की उसने और उसके साथ-ससुर ने हत्या की है। संजू के साथ विवाद होने पर उन्होंने तार से उसका गला घोट दिया था। इसके बाद इसे आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को फंदे पर लटका दिया था।
मल्हार चौकी प्रभारी के अनुसार पति अंबेश कांत, ससुर सेवक राम व सास राजकुमारी को दहेज हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 25 अप्रैल। मरवाही वन मंडल में मनरेगा की राशि में 4.76 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार के मामले में वन विभाग के 5 अधिकारी-कर्मचारी निलंबित कर दिए गए हैं। जीपीएस जिले के जिला पंचायत सीईओ और एसडीओपी पर कार्रवाई के लिए राज्य शासन से अनुशंसा की गई है।
ज्ञात हो कि 21 मार्च को विधानसभा में पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव ने मनरेगा की राशि में गड़बड़ी करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ सस्पेंड करने की घोषणा की थी, जिस पर अब कार्रवाई हुई है। पीसीसीएफ राकेश चतुर्वेदी ने रेंजर गोपाल प्रसाद जांगड़े को निलंबित कर बिलासपुर वन मंडल में अटैच किया है। सीसीएफ राजेश चंदेल ने डिप्टी रेंजर अंबरीश दुबे, अश्वनी कुमार दुबे, उदय तिवारी और अनूप कुमार मिश्रा को निलंबित करने का आदेश जारी किया है। जिला पंचायत बिलासपुर के तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी गजेंद्र सिंह ठाकुर और मरवाही वन मंडल के एसडीओ के पी डिंडोरे के विरुद्ध कार्रवाई के लिए राज्य शासन को लिखा गया है।
इसके अलावा सात फॉरेस्ट गार्ड को भी सस्पेंड किए जाने की कार्रवाई की जा रही है।
प्रकरण में तत्कालीन डीएफओ राकेश मिश्रा और प्रभारी रेंजर राजकुमार शर्मा की भूमिका भी पाई गई है, जो रिटायर हो चुके हैं। इनके विरूद्ध भी कार्रवाई के लिए लिखा गया है। सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 25 अप्रैल। शहर में आज सुबह 4 बजे से पुलिस ने कांबिंग गश्त अभियान चलाया। इस दौरान राजपत्रित अधिकारियों के नेतृत्व में बनी टीमों ने सिविल लाइन, चकरभाठा, सिरगिट्टी, कोतवाली, कोनी, तारबाहर, सकरी आदि इलाकों से 75 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें से 35 के खिलाफ वारंट थे। 25 आरोपी लंबे समय से फरार थे। शेष के खिलाफ पूर्व की मारपीट, आबकारी एक्ट व अन्य अपराधों में लिप्त होने के चलते धारा 151 के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई। इसी दौरान पुलिस ने 80 से अधिक गुंडा निगरानी व माफी बदमाशों की चेकिंग की और उन्हें हिदायत दी।
एसएसपी पारुल माथुर के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप ने इस अभियान की मॉनिटरिंग की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 24 अप्रैल। चकरभाठा पुलिस ने आर्मी कैंप से कूलर चुराने के आरोप में 7 महिलाओं को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया है की गर्मी से परेशान होने के कारण उन्होंने कूलर चोरी कर अपने घरों में लगा लिया था।
चकरभाठा में आर्मी का कैंप बना हुआ है। यहां के बिलासा देवी एयरपोर्ट में ड्यूटी करने वाले खेलावन सिंह ने 19 अप्रैल को थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि कैंप से 7 कूलर चोरी हो गए हैं। पुलिस ने आईपीसी की धारा 457 और 380 के तहत अपराध दर्ज कर खोजबीन शुरू की। इस दौरान पता चला कि मुढ़ीपार की जानकी गेंदले और अन्य महिलाओं ने वारदात को अंजाम दिया है। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने छह अन्य महिलाओं सरस्वती, मधुकर, कदम बाई, राधाबाई जांगड़े, राधाबाई लहरे, आनंद बाई जांगड़े और गीता टंडन के साथ चोरी करने की जानकारी दे दी। सातों महिलाओं को गिरफ्तार कर उनसे सभी सात कूलर बरामद कर लिए गए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 24 अप्रैल। छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली 22 ट्रेनों को एक माह के लिए रद्द करने के रेलवे के फैसले का जनप्रतिनिधि कड़ा विरोध कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर शासन ने रेलवे बोर्ड को इस बारे में पत्र लिखा है वहीं राजस्व मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने चेतावनी दी है कि कोरबा से चलने वाली ट्रेनों को चालू नहीं करने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा जिसका माल ढुलाई पर भी असर पड़ेगा।
ज्ञात हो कि रेलवे ने अप्रैल महीने से एक माह के लिए 10 ट्रेनों को रद्द कर दिया था। इसके बाद 23 अप्रैल को फिर से 22 ट्रेनों का परिचालन 1 मई से 1 माह के लिए बंद करने का निर्णय लिया है।
बिलासपुर प्रवास पर पहुंचे मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कलेक्टर डॉ सारांश मित्तर, विधायक शैलेश पांडे और महापौर रामशरण यादव की मौजूदगी में मंडल रेल प्रबंधक आलोक सहाय से चर्चा की और लंबे समय तक कोरबा तथा बिलासपुर से चलने वाली ट्रेनों के परिचालन को बंद करने पर आम लोगों को हो रही परेशानी से अवगत कराया। उन्होंने रेलवे महाप्रबंधक के साथ सांसद विधायकों और जनप्रतिनिधियों की बैठक भी रखने के लिए कहा है ताकि ट्रेनों को फिर से शुरू करने पर निर्णय लिया जा सके।
इधर रायपुर में एक बार फिर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली 22 ट्रेनों को बंद करने के फैसले पर रेलवे को आड़े हाथों लिया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव ने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष को पत्र लिखकर लोकल ट्रेनों का परिचालन यथावत जारी रखने का आग्रह किया है।
कार्यशाला में रेरा चेयरमैन ने सुनी समस्याएं
बिलासपुर, 23 अप्रैल। छत्तीसगढ़ भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण (रेरा) के अध्यक्ष विवेक ढांड ने कहा कि रियल इस्टेट सेक्टर को व्यवस्थित करने करने के लिए रेरा का गठन किया गया है। प्रोमोटर्स-बिल्डर्स के काम में दिक्कत पैदा करना कतई इसका उद्देश्य नहीं है। रेरा के अस्तित्व में आने से रियल इस्टेट के कारोबार में पारदर्शिता आई है। इससे प्रोमोटर्स-बिल्डर्स एवं उपभोक्ता दोनों को फायदा हुआ है।
श्री ढांड आज यहां जिला कार्यालय में रेरा की कार्यशाला को संबोधित करते हुए इस आशय के विचार व्यक्त किये। कार्यशाला में बिलासपुर और सरगुजा संभाग के जिलों से आये प्रमोटर्स, आर्किटेक्ट एवं इंजीनियर सैकड़ों की संख्या में शामिल हुए। कार्यशाला में रियल इस्टेट से जुड़ी विभिन्न समस्याओं के बारे में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श कर समाधान निकाला गया। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के डायरेक्टर श्री जयप्रकाश मौर्य एवं कलेक्टर सारांश मित्तर भी बैठक में उपस्थित थे।
रेरा अध्यक्ष ने अपने उदबोधन में कहा कि रियल इस्टेट सेक्टर का देश की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान है। जीडीपी में 6 फीसदी हिस्सेदारी इस सेक्टर की है। देश में 4 करोड़ से ज्यादा लोगों के रोजगार का यह जरिया बना है। उन्होंने बताया कि 250 प्रकार के उद्योगों द्वारा उत्पादित सामग्री का उपयोग इस सेक्टर में होता है। रेरा गठन के पूर्व इस सेक्टर में काफी मनमानी थी। उपभोक्ताओं का शोषण होता था। कोई सुनवाई के तंत्र नहीं था। इन तकलीफों को दूर करने के लिए वर्ष 2018 से राज्य में रेरा काम कर रहा है। प्रमोटर्स-बिल्डर्स को अपनी घोषणा के अनुरूप सुविधा उपभोक्ता को देनी होगी। समय पर प्लाट एवं भवन देना होगा अन्यथा कार्रवाई एवं जुर्माना भरना पड़ेगा। उन्होंने सभी बिल्डर्स को अपनी एकाउंट को हर तीन महीने में अपडेट करने को कहा ताकि रेरा की निगरानी बनी रहे और ग्राहकों को शोषण से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण काम है। रेरा बिल्डर्स के लेखा देखने वालों को प्रशिक्षण भी देने को तैयार है।
श्री ढांड ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा रियल इस्टेट सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए अच्छा काम किया जा रहा है। गत तीन-चार वर्ष से कलेक्टर गाइडलाईन की राशि नहीं बढ़ाई गई। यही नहीं बल्कि 30 फीसदी रियायत पर पंजीयन की अनुमति दी गई है। प्रमोटर्स-बिल्डर्स ने अपने अनुभव के आधार पर कई दिक्कतें गिनाई, जिनका अधिकारियों ने समाधान किया। क्रेडाई छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष मृणाल गोलछा, क्रेडाई बिलासपुर अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव ने भी अपने महत्वपूर्ण सुझाव एवं विचार रखे। इस अवसर पर रेरा के अडजुडिकेटिंग अफसर दीपा कटारे और रजिस्ट्रार डॉ अनुप्रिया मिश्रा सहित अन्य विभागीय वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 23 अप्रैल। गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के धनोरा गांव में एक बारात में डांस करते हुए युवक की मौत अपनी ही बाराती बस की चपेट में आने से हो गई।
धनोरा में शुक्रवार की रात एक बस में बारात पहुंची। बारातियों के साथ पहुंचे युवक गया प्रसाद काशीपुरी (35 वर्ष) अन्य यात्रियों के साथ बस से नीचे उतर कर डांस कर रहा था। इसी दौरान वह बस की चपेट में आ गया। उसके सिर पर गंभीर चोट आई थी। मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
एक अन्य दुर्घटना में पेंड्रा थाना इलाके के दुबटिया गांव में शुक्रवार की शाम एक बाइक सवार को अज्ञात बस ने टक्कर मार दी जिससे बाइक सवार मझगवा के छोटू (30 वर्ष) की मौत हो गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 23 अप्रैल। राजनांदगांव जिले में खोले जा रहे स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी विद्यालय मी बहरी शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति पर हाईकोर्ट ने स्थगन आदेश जारी किया है।
राजनांदगांव के शिक्षक मोहम्मद अख्तर सहित 17 शिक्षकों और व्याख्याताओं ने अधिवक्ता अजय श्रीवास्तव के माध्यम से हाईकोर्ट में याचिका लगाकर कहा था कि सरकार प्रदेश की 32 स्कूलों को स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम स्कूल के रूप में परिवर्तित कर रही है।
राजनांदगांव जिले में भी कलेक्टर की अध्यक्षता वाली एक समिति इन स्कूलों के संचालन के लिए बनाई गई है। इसमें नियम निर्धारित किया गया है कि शाला में पहले से कार्यरत शिक्षक और अन्य स्टाफ को प्रतिनियुक्ति पर रखा जा सकता है। यदि स्कूल में शिक्षक और स्टाफ मापदंड के अनुसार उपयुक्त नहीं है और वे प्रतिनियुक्ति पर उत्कृष्ट विद्यालय में जाने की इच्छा नहीं रखते हैं तो अन्य शासकीय स्कूलों के शिक्षकों को प्रतिनियुक्ति पर लाया जा सकता है।
गवर्नमेंट हाई स्कूल राजनांदगांव में पदस्थ व्याख्याता, शिक्षकों व सहायक शिक्षकों से उत्कृष्ट विद्यालय में प्रतिनियुक्ति के लिए सहमति मांगी गई। अधिकांश शिक्षकों व स्टाफ ने सहमति दे दी लेकिन इस पर निर्णय लिए बिना ही जिला शिक्षा अधिकारी ने प्रतिनियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी कर दिया। जबकि, पहले सहमति देने वाले शिक्षकों और स्टाफ की नियुक्ति की जानी थी। उसके बाद पद रिक्त होने पर विज्ञापन निकाला जा सकता था।
जिला शिक्षा अधिकारी के इस निर्णय को चुनौती देते हुए याचिका में दलील दी गई कि जब स्कूल में उपयुक्त शिक्षकों की उपलब्धता है,? तो फिर अन्य स्कूलों से शिक्षक या स्टाफ को बुलाने का औचित्य नहीं है। कोर्ट के ध्यान में यह बात भी लाई गई कि उनसे सहमति मांगने के बाद भी निर्णय नहीं लिया गया और विज्ञापन जारी कर दिया गया। नई नियुक्तियों के बाद स्कूल में पदस्थ शिक्षकों को अन्यत्र स्थानांतरित कर दिया जाने की आशंका है।
याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस पी सैम कोशी ने अन्य स्कूल के शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की प्रक्रिया पर अंतरिम रोक लगा दी है। साथ ही शासन को नोटिस जारी कर जवाब दाखिल करने के लिए कहा है।
थाने भागकर तीनों ने बचाई जान, आरोपी फरार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 21 अप्रैल। बहन के बुलाने पर उसके ससुराल पहुंचे साले और साली पर जीजा ने हमला कर दिया। उसने मारपीट शुरू कर दी और तलवार लेकर मारने के लिए दौड़ाया। आरोपी की पत्नी और साले साली जान बचाने के लिए भागकर थाने पहुंचे और जान बचाई। आरोपी घटना के बाद से फरार है।
मामला सीपत थाने का है। नहरपारा की राजकुमारी केसर को उसका पति धनेश केसर लगातार प्रताड़ित करता है। बुधवार की शाम भी उसने पत्नी की पिटाई शुरू कर दी। तब महिला ने इसकी जानकारी अपने भाई बहोरिक को दी। बहोरिक और उसकी पत्नी बिरस बाई शाम को बहन के घर पहुंचे। उन्होंने जीजा को समझाइश देना चाहा कि वह राजकुमारी को ठीक तरह से रखे, मारपीट न करे। इस पर धनेश ने उनसे गाली-गलौच शुरू कर दी। जब विवाद बढ़ा तो घर के भीतर घुसकर धनेश ने तलवार निकाल लिया और पत्नी तथा साले साली को मारने के लिए दौड़ाया। तीनों घबराकर वहां से भागे और सीधे थाने पहुंचे। थाने में उन्होंने एफआईआर दर्ज कराई। उसके विरुद्ध आर्म्स एक्ट की धारा 25 और 27 के अलावा आईपीसी की धारा 294, 323 और 506 के तहत अपराध दर्ज किया गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी धनेश को पकड़ना चाहा तो वह घर से फरार हो चुका था। उसकी तलाश की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 21 अप्रैल। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने एक महिला की अनुकंपा नियुक्ति के आवेदन को निरस्त करने के शासन के आदेश को खारिज करते हुए कहा है कि शासकीय सेवक ससुर को उसके परिवार का सदस्य मानकर उसे अनुकंपा नियुक्ति से वंचित नहीं किया जा सकता।
बेमेतरा की राजकुमारी सिवारे के पति डोगेंद्र कुमार स्कूल शिक्षा विभाग में सहायक शिक्षक थे। सेवा में रहते हुए 18 नवंबर 2021 को उनकी मृत्यु हो गई। पति की मौत के बाद राजकुमारी सिवारे ने अनुकंपा नियुक्ति के लिए विभाग में आवेदन दिया। उनका आवेदन यह कहकर निरस्त कर दिया गया कि दिवंगत शिक्षक के पिता, आवेदिका का ससुर शासकीय सेवा में कार्यरत है। नियमानुसार यदि परिवार का कोई सदस्य सरकारी सेवा में हो तो अनुकंपा नियुक्ति देने का प्रावधान नहीं है।
विभाग के इस फैसले को राजकुमारी सिवारे ने हाईकोर्ट में चुनौती दी। इसमें कहा गया कि किसी भी परिवार में माता-पिता व बेटी-बेटे शामिल होते हैं। दिवंगत शिक्षक के पिता शासकीय सेवा में हैं किंतु याचिकाकर्ता पर अपने बेटे बेटियों के भरण-पोषणा का दायित्व है। ससुर को परिवार का सदस्य नहीं माना जा सकता।
जस्टिस पी सैम कोसी की बेंच ने मामले की सुनवाई करते हुए शासन को आदेश दिया है कि याचिकाकर्ता के आवेदन पर विचार करे और आवश्यक अर्हता पूरी करने पर नियुक्ति दे।
विद्वान कुलपति का होना विश्वविद्यालय परिवार का सौभाग्य
लोक कला महोत्सव- 2022 का आगाज
बिलासपुर, 21 अप्रैल। डॉ सीवी रामन विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय लोक कला महोत्सव का उद्घाटन राज्यपाल अनुसुइया उईके ने किया । उन्होंने इस मौके पर कहा कि डॉ सी वी रामन विश्वविद्यालय ऐसे आयोजनों के माध्यम से आदिवासी कला संस्कृति साहित्य परंपराओं को बड़ा मंच दे रहा है, जिससे इनकी विश्व पटल पर पहचान बनेगी।
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में केवल छत्तीसगढ़ की संस्कृति ऐसी है जिसकी महक हर किसी को बहुत पसंद आती है। छत्तीसगढ़ का संगीत मधुर और हृदय को छू लेने वाला है, जिससे हर व्यक्ति मंत्रमुग्ध हो जाता है। यहां के यहां के आदिवासी बहुत भोले भाले हैं, छल कपट से हमेशा दूर रहते हैं। ऐसे समाज के उत्थान, उन्हें मंच प्रदान करने के लिए, उन्हें वैश्विक स्तर तक स्थापित करने के लिए डॉक्टर सी वी रामन विश्वविद्यालय यह कार्य कर रहा है, जो अनुकरणीय हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय के कुलाधिपति की प्रशंसा करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय परिवार सौभाग्यशाली है, जिनके पास ऐसे विद्वान कुलाधिपति हैं जिनका हर क्षेत्र में बराबर अधिकार है।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव गौरव शुक्ला ने कहा कि सही मायने में डॉ. सी वी रामन विश्वविद्यालय अभाव में रचनाशीलता की पराकाष्ठा का नाम है। बहुत कम समय में सुविधाओं के अभाव के बीच विश्वविद्यालय स्थापित किया गया था लेकिन रचनाशीलता व संघर्ष के कारण आज यह मध्यभारत का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय है। विश्व स्तरीय सुविधाओं के साथ शिक्षा देने के साथ ही छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति व साहित्य को भावी पीढ़ी तक वास्तविक रूप में हस्तांतरित करने का बीड़ा भी विश्वविद्यालय ने उठाया है। इसके लिए पिछले कई वर्षों से लोक कला महोत्सव कराया जाता है। हर साल इसका विस्तार हो रहा है, जिसमें वास्तविक और जमीनी कलाकार को हम मंच प्रदान करते हैं।
कुलपति प्रो. रवि प्रकाश दुबे ने कहा कि विश्वविद्यालय सदैव से ही स्थानीय भाषा, बोली, कला-संस्कृति और साहित्य को बढ़ावा देते आ रहा है। इसी क्रम में विश्वविद्यालय में छत्तीसगढ़ी विभाग की स्थापना भी की गई है। यह महोत्सव पूर्ण रूप से लोक कलाकार छत्तीसगढ़ी कला संस्कृति साहित्य और परंपराओं को समर्पित है। कार्यक्रम के संयोजक डॉ अरविंद तिवारी ने आभार प्रकट करते हुए कहा विश्वविद्यालय अपने विधि द्वारा निर्धारित दायित्व को पूरा करते हुए, लोक कला संस्कृति तथा परंपरागत ज्ञान को संरक्षित संवर्धित करने के लिए संकल्पित है।
कार्यक्रम में उपस्थित विशिष्ट अतिथि सांसद अरुण साव ने कहा कि निश्चित रूप से ऐसे आदिवासियों को मंच सम्मान मिलेगा और उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा और वह वैश्विक मंच पर अपने आप को सबके साथ महसूस कर पाएंगे। विशिष्ट अतिथि लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि भारत गांवों में बसता है और यहां की कला संस्कृति ही जीवन हैं। यह बहुत ही प्रसन्नता का विषय है कि वर्ष 2019 से लगातार यहां रामन लोक कला महोत्सव आयोजित किया जाता है। जल जंगल और जमीन के असली मालिक आदिवासी ही हैं और ऐसे लोगों की कला संस्कृति और साहित्य परंपराओं को संरक्षित करने का महान कार्य विश्वविद्यालय कर रहा है।
समारोह में उपस्थित उपस्थित विश्वविद्यालय के कुलाधिपति संतोष चौबे ने कहा कि आदिवासी क्षेत्र में स्थापित प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय है, जो आदिवासी युवाओं को शिक्षा की मूलधारा से जोड़ने और उन्हें समाज के बराबर स्थापित करने के लिए कार्य कर रहा है। इसे प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र संचालित करने वाला एकमात्र विश्वविद्यालय होने का गौरव प्राप्त है। यहां सामुदायिक रेडियो रामन केंद्र सरकार के सहयोग से स्थापित है। यह ग्रुप एशिया का सबसे बड़ा आयोजन विश्वरंग आयोजन भी करता है जिसमें 50 से अधिक देश शामिल होते हैं.। उन्होंने भारतीय भाषाओं, तकनीक सहित विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे विभिन्न क्षेत्रों के कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होने बताया कि नई शिक्षा नीति के अनुसार विश्वविद्यालय पूर्व से ही कार्य कर रहा है। विवि की मातृ संस्था आईसेक्ट ने कथादेश, कथा मध्य प्रदेश तथा कथा विश्व का प्रकाशन किया है। ऐसे कई साहित्यिक और शैक्षणिक गतिमान लगातार स्थापित करते जा रहा है।
कर्मा और ककसाड़ नृत्य ने मोहा मन
लोक कला उत्सव के पहले दिन कर्मा और ककसाड़ नृत्य ने लोगों का मन मोह लिया। पारंपरिक वेशभूषा में सजे-धजे आदिवासी मांदर की थाप पर थिरकते नजर आए। सिद्धेश्वर करमा नृत्य मंडली पड़ीगांव तमनार रायगढ़ की करमा नृत्य मंडली ने शानदार प्रस्तुति दी। मांदर की धुन पर सभी का मन थिरकने लगा। इसके बाद बस्तर से आए गागरू राम के ककसाड नृत्य में बस्तर की झलक दिखाई दी। बस्तर के हर रंग को उन्होंने में दिखाया।
विश्वविद्यालय परिसर में गांव की तर्ज पर गुड़ी बनाई गई है जिसमें अंचल के जमीनी कलाकारों ने नंगाडा, बांस-गीत, गड़वा बाजा, जस गीत आदि की कलाकारों ने प्रस्तुति दी और अंचल के लोगों ने उसका आनंद लिया। महोत्सव में सरकारी गैर सरकारी निजी और विश्वविद्यालयों के साथ लगभग 50 से अधिक स्टाल लगाए गए। इस दौरान छत्तीसगढ़ी व्यंजन का स्टाल आकर्षण का केंद्र रहा। इसमें फरा, दाल बड़ा, साबूदाना बड़ा, गुलगुला, ठेठरी, खुरमी, मुर्रा के लड्डू, शक्कर पपड़ी, गुड पापड़ी, धोसका, चौसेला, चना, मुर्रा, चीला आदि कई प्रकार के पारंपरिक व्यंजनों का लोगों ने आनंद लिया।
गर्मी को देखते हुए फैसला विधायक शैलेश पांडे ने भी आज ही लिखी थी चिट्ठी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 20 अप्रैल। स्कूल शिक्षा विभाग ने 21 फरवरी 2022 के अपने आदेश में संशोधन करते हुए 24 अप्रैल से ग्रीष्म अवकाश प्रारंभ करने का निर्देश जारी किया है।
क्योंकि 24 अप्रैल रविवार है अतः शाला सिर्फ 23 अप्रैल तक खुलेंगे। अवर सचिव सरोज उईके ने आदेश में कहा है कि केवल कुछ विषयों में एंड लाइन एसेसमेंट जो 25 अप्रैल तक किया जाना है उन विषयों के लिए स्वैच्छिक रूप से स्कूलों में बच्चों को बुलाया जा सकेगा।
उल्लेखनीय है कि स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव को बिलासपुर के विधायक शैलेश पांडे ने आज ही एक पत्र लिखकर मांग की थी कि भारी गर्मी के कारण बच्चों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है अतः उन्हें क्लास अटेंड करने की बाध्यता से मुक्त किया जाए।
राज्य शासन का आदेश सभी सरकारी तथा निजी स्कूलों में लागू होगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 20 अप्रैल। मस्तूरी के नायब तहसीलदार रमेश कुमार कमार को संभाग आयुक्त डॉक्टर संजय आलंग ने निलंबित कर दिया है।
कमार का एक वीडियो बीते दिनों सोशल मीडिया में वायरल हुआ था, जिसमें वे अपने डायस पर बैठकर एक ग्रामीण का काम करने के एवज में शराब की बोतल लाने के लिए रुपए की व्यवस्था करने के लिए कह रहे थे।
वीडियो सामने आने के बाद कलेक्टर डॉ सारांश मित्तर ने कमार को भू अभिलेख शाखा में अटैच कर दिया था और उनके निलंबन की सिफारिश संभाग आयुक्त से की थी।
20 अप्रैल को जारी निलंबन आदेश में कहा गया है कि 4 अप्रैल को नायब तहसीलदार रमेश कुमार कमार का शासकीय सेवक के विपरीत आचरण किए जाने संबंधी वीडियो वायरल हुआ था। इस पर 17 अप्रैल को उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करके जवाब मांगा गया था। 20 अप्रैल को उनके जवाब का परीक्षण किया गया। जवाब समाधान कारक नहीं पाए जाने के कारण उन्हें छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियम 1966 के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय कलेक्टर कार्यालय के अधीन भू अभिलेख शाखा बिलासपुर में रहेगा और निलंबन अवधि में उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा।
करगीरोड (कोटा ), 20 अप्रैल। कोटा थाना क्षेत्र के करगीकला में तालाब किनारे जुआ खेल रहे 6 आरोपियों पर जुआ एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। आरोपियों से 6300 रु. जब्त किए गए।
पुलिस के अनुसार वरिष्ठ पुलिस अफसरों के मार्गदर्शन में कोटा थाना प्रभारी दिनेश चंद्रा ने ग्राम करगीकला में जुआ खेल रहे 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में मूरित राम साहू (38) करगीकला, फागू खुटे (55) लखोदना, शिव चरण मेरसा (43) नरौती कापा, मुकेश कुमार अनंत (32) सोनबंधा, अशोक कुमार खांडे (43) अमलीकापा, ब्रजेश पाण्डेय (57) करगीकला हैं।